-राजस्थान को सौर ऊर्जा क्षमता में मिला पहला स्थान
जयपुर. गुजरात के गांधी नगर में आयोजित हुई चौथी ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इंवेस्टर्स मीट एंड एक्सपो में आज राजस्थान को सौर ऊर्जा क्षमता में देश पहला स्थान मिला। केन्द्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी के हाथों यह पुरस्कार सीएम भजनलाल शर्मा ने प्राप्त किया। इसके साथ ही राजस्थान को ओवर ऑल रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता में देश में दूसरा स्थान मिला हैं। वहीं एक्सपो में भारत की 200 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी के लक्ष्य को प्राप्त करने में राजस्थान के महत्वपूर्ण योगदान को भी सराहा गया है। इस मौके पर सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि आज राजस्थान भारत में रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन में पहले स्थान पर है। यहां का भड़ला सोलर पार्क 2 हजार 245 मेगावाट स्थापित सोलर क्षमता के साथ दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क है। रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में निवेशकों के लिए प्रदेश में अनुकूल वातावरण उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य में 28 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी परियोजनाओं से लगभग 470 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादित हो रही है और 32 गीगावाट की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। आज गुजरात के गांधी नगर में चौथी ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इंवेस्टर्स मीट एंड एक्सपो का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। मुख्यंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार बिजली क्षेत्र में सुधारों के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। हमने विकसित राजस्थान 2047 के संकल्प को पूरा करने के लिए अगले 10 सालों में बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत राजस्थान के सभी जिलों में आदर्श सौर ग्राम विकसित किए जा रहे हैं। कुसुम योजना के कम्पोनेंट-ए में 228 मेगावाट की सोलर परियोजनाएं स्थापित हो चुकी हैं और 300 मेगावाट की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। कम्पोनेंट-सी के तहत राज्य को 4 हजार 524 मेगावाट की सौर परियोजनाओं का आवंटन किया गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि वैश्विक सहयोग, तकनीक, अनुसंधान, प्रशिक्षण और निवेश की सहायता से प्रदेश में ऊर्जा क्षेत्र में निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इस दिशा में राज्य सरकार 9 से 11 दिसंबर तक जयपुर में राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन करने जा रही है, जिससे ऊर्जा क्षेत्र में निवेश आएगा। उन्होंने बताया कि राजस्थान में विगत 9 महीनों में बिजली तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। राज्य सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के साथ 1 लाख 64 हजार करोड़ रुपये के एमओयू किए हैं। साथ ही, केंद्र सरकार ने राज्य में 5 हजार 292 मेगावाट क्षमता के तीन अल्ट्रा मेगा अक्षय ऊर्जा पार्क भी स्वीकृत किए हैं। राज्य में 7 गीगावाट क्षमता की पंप स्टोरज परियोजनाओं हेतु 8 साइट चिह्नित की जा चुकी हैं। पंप स्टोरेज परियोजनाओं की स्थापना प्रक्रिया के सरलीकरण के लिए नई पॉलिसी बनाई जा रही है।
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