देहरादून। उत्तराखंड में सत्ता संभालने के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पर काम का कितना बोझ है। यह बात इस वाकिए से पता चलती है कि भाजपा के 37वें स्थापना दिवस पर वे अपने ही प्रदेश का नाम भूल गए। बात यही खत्म नहीं हुई, वे इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष को ही यशस्वी मुख्यमंत्री कह बैठे। सीएम रावत के मुंह से जब ये शब्द कार्यक्रम के दौरान मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने सुने तो हक्के बक्के रह गए। हुआ यूं कि उत्तराखंड में भाजपा का स्थापना दिवस मनाया जा रहा था। इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के सीएम रावत भी कार्यक्रम में पहुंचे। सीएम ने जब कार्यक्रम को संबोधित किया तो उन्होंने अपने संबोधन में उत्तराखंड को उत्तरांचल कह डाला। इससे आगे बढ़ते हुए उन्होंने मंच से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को यशस्वी मुख्यमंत्री बता दिया। जब कार्यकर्ताओं ने यह सब सुना तो हैरत में पड़ गए। गौरतलब है कि वर्ष 2000 में सत्ता में रही भाजपा ने अलग राज्य के तौर पर उत्तरांचल का निर्माण किया। बाद में जब सत्ता बदली तो कांगे्रस सरकार ने राज्य का नाम बदला और इसे उत्तरांचल की जगह उत्तराखंड कर दिया। इधर जब भट्ट ने यह बात सुनी तो सीएम रावत को इस मामले में ध्यान दिलाया। इस पर अपनी गलती सुधारते हुए सीएम रावत ने बड़े ही सधे अंदाज में कहा कि प्रदेशाध्यक्ष ही असली सीएम होता है। उनके निर्देशों के अनुसार ही हम काम करते हैं।
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