जयपुर। अभी हालही इनकम टैक्स विभाग ने जिस कोचिंग संचालक ग्रुप पर छापा मारा था उसके पास से करोड़ों रुपए की संपत्ति का खुलासा हुआ है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोचिंक इंस्टीट्यूट किस तरह से शिक्षा और रोजगार के नाम पर मोटी फिस ले रहे हैं और ना जाने किन अवैध तरीकों से पैसा कमा रहे हैं जिसका टैक्स भी नहीं भर रहे हैं। प्रीइंजीनियरिंग प्री मेडिकल की तैयारी कराने वाले एक प्रतिष्ठित कोचिंग संचालक और सहयोगियों पर हुई आयकर कार्रवाई में 106 करोड़ रुपए की अघोषित आय का खुलासा हुआ है। इसमें कोचिंग ग्रुप की 70 करोड़ रु. की अघोषित आय है और सहयोगियों ने 36 करोड़ रु. की अघोषित आय सरेंडर की है। आयकर विभाग ने इस कार्रवाई में 38 लाख रुपए की नकदी और 85 लाख रुपए की ज्वेलरी जब्त की है।
आयकर विभाग ने गुरुवार को कोटा के कोचिंग ग्रुप सहयोगियों के 18 ठिकानों पर एकसाथ छापे मारे थे। कोटा में 10 से अधिक ठिकानों पर कार्रवाई हुई थी। इसके अलावा उदयपुर, झुंझनू, जोधपुर बैंगलुरू और झालावाड़ में भी आयकर विभाग की टीमों ने छापे मारे थे। जयपुर में गोपालपुरा और वैशाली नगर स्थित कोचिंग सेंटर्स पर छापे की कार्रवाई की गई थी। ये कार्रवाई आयकर विभाग के उदयपुर आॅफिस के नेतृत्व में हुई थी और जयपुर की टीमों ने सहयोग किया था। इस कार्रवाई में प्रोपर्टी खरीद के कुछ दस्तावेज मिले है, जिसे आयकर विभाग बेनामी संपत्ति एक्ट से जोड़कर जांच कर रहा है।