जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार दिव्यांग जनोंं और वरिष्ठ नागरिकों का विशेष ध्यान रखने के लिए कृत संकल्प है। सरकार द्वारा समय-समय पर दिव्यांगों के लिए आवश्यक अंग उपकरण वितरित किये जाते हैं। आने वाले दिनों में जन्म से बघिर बच्चों के लिए जोधपुर में कॉकलियर इम्पलांटेशन कैम्प आयोजित किया जाएगा।
गहलोत शनिवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, जोधपुर जिला प्रशासन तथा विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दिव्यांग एवं वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपकरण वितरण वृहद शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित कॉकलियर इम्पलांटेशन शिविर में आने वाले सभी बच्चों के लिए यह इम्प्लांटेशन का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। इस इम्प्लांटेशन की लागत प्रति बच्चे के लिए लगभग साढ़े छः लाख रूपये आती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में राजस्थान ही एकमात्र ऎसा राज्य है, जहां मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं हो तो भी उनके लिए ओपीडी में लिखी गई दवाइयां निःशुल्क में उपलब्ध कराई जाती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलाया जा रहा ’निरोगी राजस्थान’ अभियान तभी सार्थक होगा, जब आमजन उसमें सक्रिय रूप से जुड़े और अपनी दिनचर्या में व्यायाम खेलकूद आदि को सम्मिलित करे।
श्री गहलोत ने लुई ब्रेल दिवस के अवसर पर कहा कि इस कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में ब्रेल लिपि के माध्यम से दृष्टिबाधित दिव्यांगों के द्वारा मोबाइल, कम्प्यूटर आदि का प्रयोग करते देख मुझे अत्यंत हर्ष की अनुभूति हुई।
मुख्यमंत्री ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। उन्होंने लाभान्वितों से मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर, रोलकेयर आदि उपकरणों की उपयोगिता, उपकरण की कार्य प्रक्रिया तथा इससे होने वाले लाभ की जानकारी ली। श्री गहलोत ने दिव्यांगों को शिविर में दिए गए स्मार्टफोन को चलाने, राजकीय अंध विद्यालय के राज्य-स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता में सिल्वर और कांस्य मेडल पानेे वाले छात्रों से भी मुलाकात की।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन के लिए अति संवेदनशील है। मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले विशेष योग्यजन पेंशन राशि को 250 रूपये बढ़ाया अब पेंशन न्यूनतम 750 से 1200 रूपए प्रतिमाह विकलांग को दी जा रही है। विशेष योग्यजन की समस्या को समझते हुए सरकारी भर्तीयों में आरक्षण को 3 प्रतिशत से बढाकर 4 प्रतिशत कर दिया गया है। राजस्थान सरकार द्वारा विशेष योग्यजन के यूनिक आईडी कार्ड बनाने में हमारा राज्य अग्रणी है।
मास्टर मेघवाल ने बताया कि आज दिव्यांगों एवं वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयोजित वृहद शिविर में 2 हजार 412 विशेष योग्यजन एवं 6 हजार 737 वरिष्ठ नागरिकों को समाज में स्वावलम्बी एवं आत्म-सम्मान के साथ जीवन जीने के लिए सहायक उपकरण वितरित किए जा रहे हैं। शिविर में विधायकोंं द्वारा 130 लाख रूपये, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा 51 लाख रूपए, अल्ट्राटेक सीमेंट, अडानी ग्रुप एवं अन्य भामाशाहों द्वारा लगभग 152 लाख रूपए सहित कुल 3 करोड 33 लाख रूपए की राशि के सहायक उपकरण वितरण किए जा रहे है।
सामाजिक न्याय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विशेष अभियान चलाकर प्रदेश के 10.54 लाख विशेष योग्यजन को पंजीकृत कर 3.46 लाख विशेष योग्यजन दिव्यांगता प्रमाण-पत्र जारी किए हैं, जिनमें से लगभग 3.10 लाख विशेष योग्यजन को यूडीआईडी कार्ड उपलब्ध करवाया गया। उन्होंने कहा कि सुगम्य भारत अभियान के अंतर्गत जयपुर शहर के 90 सार्वजनिक भवनों को विशेष योग्यजन के लिए सुगम्य बनाने के लिए राजस्थान को राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2018 में सम्मानित किया गया है।
समारोह में मुख्यमंत्री ने दिव्यांगों व वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपकरण वितरण वृद्ध शिविर में सहायता राशि देने वाले भामाशाहों का शॉल ओढ़ाकर और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने शिविर में सहयोग राशि देने वाले भामाशाहों का साधुवाद करते हुए कहा कि समाज के सक्षम व्यक्तियों को भी अग्रणी आकर राज्य सरकार के साथ मिलकर ऎसे समाज सेवा के कार्य करते रहना चाहिए।
10 हजार से अधिक दिव्यांग हुए लाभान्वित
कार्यक्रम में लोको मोटर दिव्यांगों के लिए 300 मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल, 250 व्हीलचेयर्स, 100 रोलकेयर, 300 ट्राईसाइकिल 250 नी ब्रेसकीट वितरित किए गए। इसके अतिरिक्त श्रवण बाधितों को एक हजार श्रवण यंत्र, लेप्रोसी से ग्रसित दिव्यांगों को 500 एडीएल किट्स, एमआर दिव्यांगों को 100 व्हीलचेयर और 50 मल्टी सेन्सरींग इन्क्लूसिव एज्यूकेशन किट दृष्टि बाधितों को स्मार्टफोन के साथ वरिष्ठ नागरिकों को 1500 चश्मे, 2650 छड़ियां और 1200 ट्राइपोड्स वितरित किए।
समारोह में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्री भंवरसिंह भाटी, पूर्व सांसद श्री ब्रदीराम जाखड़, जेडीए के पूर्व चेयरमैन श्री राजेन्द्रसिंह सोलंकी, सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, बड़ी संंंख्या में दिव्यांगजन एवं उनके परिवारजन तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।