भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड ने कल पंजाब में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफिले को रोके जाने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा द्वारा दिए गये बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस प्रकार की अर्नगल बयानबाजी कर कांग्रेस देश की जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है। जब प्रधानमंत्री किसी राज्य में जाते है तो उनकी सुरक्षा का जिम्मा सम्बंधित राज्य का होता है। पंजाब सरकार सुरक्षा देने में नाकाम रही है कांग्रेस अपनी इस नाकामी को छुपाने के लिए ओछे राजनीतिक हथकंडे अपना रही है। उन्होंने कहा पिछले कुछ समय से पंजाब में खालिस्तानी आतंकवादियों की गतिविधियां हो रही है इसपर प्रधानमंत्री जी के काफिले को रोकने की घटना से अंतरर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि धूमिल हुई है इसकी जिम्मेदार कांग्रेस है।
कर्नल राज्यवर्धन आज जमवारामगढ़ विधानसभा के दौरे पर रहे, इस दौरान उन्होंने चावंडिया, नेवर, रायपुर, थोलाई, बिरासना, लालवास, कोलीवाड़ा, राम्यावाला, नीमला एवं थली ग्राम पंचायतों में कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया। अपने संबोधन में कर्नल राज्यवर्धन ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की लगातार बढ़ती लोकप्रियता के कारण कांग्रेस सरकार प्रदेश में विकास कार्य नहीं होने दे रही है। देश में 2024 तक घर-घर नल से पीने का पानी पहुंचाने के लिए मोदी जी ने बीड़ा उठाया है लेकिन राजस्थान में इसपर धीमी गति से काम हो रहा है। राजस्थान की पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान प्रदेश के 13 जिलों में पानी पहंुचाने की योजना तैयार हो चुकी थी। लेकिन वर्तमान कांग्रेस सरकार इसपर केन्द्र से बात करने के लिए ही तैयार नहीं है।
कर्नल राज्यवर्धन ने कहा सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि बुनियादी जरूरतें है इनपर मोदी जी लगातार काम कर रहें है। 70 प्रतिशत भारत गांवों में बसता है इसलिए गांवों को मजबूत करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा जब क्षेत्र में बड़ी-बड़ी सड़के आती है तो विकास को गति मिलती है और अर्थव्यवथा मजबूत होती है। बड़ी बड़ी सड़के बनाना केन्द्र का काम है और हमने दौसा-मनोहरपुर हाईवे की शानदार सड़क की सौगात दी है जिसका लाभ जनता को मिल रहा है अब मैं जमवारामगढ़ को दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे से जोड़ने का संकल्प लेता हूं।
कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पिछले तीन वर्षों में कोई नई योजना नहीं चलाई सिर्फ पिछली भाजपा सरकार की योजनाओं का नाम बदलने या उसे बंद करने का ही काम किया है। प्रदेश की जनता को भामाशाह योजना का लाभ मिल रहा था, राज्य सरकार ने उसे बंद कर चिरंजीवी योजना शुरू की है। प्रदेश सरकार कोरोना प्रबंधन में पूरी तरह फेल और सिर्फ चिरंजीवी योजना का ढोल पीटने में ही व्यस्त है।