नई दिल्ली। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सोमवार को रुस के दूरसंचार मंत्री और मास कम्युनिकेशन से मुलाकात की। इस दौरान कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा है कि विदेशी फिल्म निर्माताओं के लिए वीजा की नई श्रेणी भारत में उनके प्रवेश से संबंधित मुद्दों को कम करने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदम है। फिल्म वीजा और फिल्म सुविधा कार्यालय (एफएफओ) दोनों का उद्देश्य भारत को दुनिया के लिए एक आकर्षक फिल्मांकन गंतव्य के रुप में बढ़ावा देना है। मंत्री ने रुसी संघ के दूरसंचार और मास कम्युनिकेशन उपाध्यक्ष एलेक्सी वॉलिन के नेतृत्व में रुसी प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई बैठक के दौरान यह बात कही। चर्चा के दौरान कर्नल राठौड़ ने प्रतिनिधिमंडल के बारे में जानकारी दी, जिसमें मंत्रालय द्वारा एनिमेशन, दृश्य प्रभाव, गेमिंग और कॉमिक्स (एवीजीसी) के लिए उत्कृष्टता के राष्ट्रीय केंद्र की स्थापना करने की बात कही। दोनों मंत्रियों ने एनिमेशन, ग्राफिक्स और दृश्य सामग्री के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच संभावित सहयोग का पता लगाने पर सहमति जताई। विभिन्न लक्ष्य दर्शकों के लिए विशेष रुप से बच्चों और युवा पीढ़ी के लिए सामग्री निर्माण और सामग्री वितरण तंत्र के क्षेत्र के बीच सहयोग पर भी बात हुई। मंत्रियों ने फिल्म के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से फिल्मों की भूमिका पर चर्चा कर फिल्म समारोहों के माध्यम से एक दूसरे के देश में फिल्मों के प्रदर्शन पर जोर दिया। फिल्म बाजार के क्षेत्र में रुसी फिल्म के राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम और उसके समकक्ष के बीच एक संभावित सहयोग पर भी चर्चा हुई।
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