जयपुर के आठ विधानसभा क्षेत्रों के 2 लाख 45 हजार फर्जी वोटरों को हटाने के लिये कांग्रेस ने जिला निर्वाचन अधिकारी से की वार्ता
जयपुर। जयपुर षहर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास के नेतृत्व में जयपुर की आठ विधानसभाओं के प्रतिनिधियों ने जिलाधीष कार्यालय में कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन के साथ जयपुर के हवामहल, विद्याधर नगर, सिविल लाईन्स, किषनपोल, आदर्ष नगर, मालवीय नगर, सांगानेर, बगरू विधानसभा के सभी चुनाव अधिकारियों व जिला प्रषासन के अधिकारियों की उपस्थिति में वार्ता की।
वार्ता में खाचरियावास ने जयपुर जिला निर्वाचन अधिकारी, जिला कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन को जयपुर के आठ विधानसभा क्षेत्रों में 2 लाख 45 हजार डुप्टीकेट वोटरों की सूची प्रस्तुत की। तथ्यों के साथ वोटर लिस्ट प्रस्तुत करते हुये डुप्लीकेट वोटरों को जयपुर की सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों से हटाने की मांग की। खाचरियावास ने कहा कि आठों विधानसभा में हवामहल में 7384, विद्याधर नगर में 45224, सिविल लाईन्स 23572, किषनपोल में 19390, आदर्ष नगर में 17010, मालवीय नगर में 22634, सांगानेर में 43597 तथा बगरू में 63193 डुप्लीकेट वोटर हैं। इन डुप्लीकेट वोटरों को मतदाता सूची से हटाया जाना चाहिए। एक ही विधानसभा क्षेत्र में एक वोटर का चार जगह नाम दर्ज होना गैर कानूनी है। ऐसे में मतदाता सूचीयों में सुधार किया जाना अत्यन्त आवष्यक है।
खाचरियावास ने मीटिंग में उपस्थित अधिकारियों से कहा कि वे सभी बीएलओ को 31 अगस्त 2018 तक वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिये घरों पर भेजें, ताकि सभी वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वा सकें। इस दौरान बीएलओ को सरकारी छुटटी दी जाये, इससे बीएलओ सभी जगह घर-घर जाकर वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कर सकें। मतदाताओं को नजदीक के बूथों पर वोट का अधिकार मिले, आॅनलाईन जिन लोगों ने फार्म भरे हैं उनका वोटर लिस्ट में तुरन्त नाम दर्ज किया जाये। इस पर जिला कलेक्टर ने खाचरियावास को आष्वस्त किया कि कांग्रेस द्वारा डुप्लीकेट वोटरों को लेकर जो षिकायत की गई है उस पर हमनें काम षुरू कर दिया हैं, मतदाता सूचीयों में जिनका नाम दो या चार जगह दर्ज हैं उनका एक ही जगह नाम रखा जायेगा। कांग्रेस के प्रतिनिधि मण्डल मंे जिलाध्यक्ष-प्रतापसिंह खाचरियावास के साथ पूर्व मंत्री-बृजकिषोर षर्मा, अमीन कागजी, विमल यादव, रोहिताष सिंह चैहान, सुषील गुर्जर, जगदीष चैधरी, नितिन काला, दषरथ सिंह षेखावत, हर्षल आमेरिया, दौलतराम बैरवा आदि षामिल थे।