जयपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ. अरूण चतर्वुेदी ने प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि काँग्रेस द्वारा पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों को मुद्दे पर भारत बंद का असर राजस्थान में पूरी तरह असफल रहा। पेट्रोलियम पदार्थो पर वैट में चार प्रतिशत की कमी से राजस्थान की जनता व व्यापारी वर्ग दोनों संतुष्ट है, इसीलिए पेट्रोलियम एसोसिएशन, व्यापारिक संगठन एवं आमजन भारत बंद से दूर रहंे।
राज्य सरकार के पेट्रोलियम पदार्थांे पर वैट मेें चार प्रतिशत की कमी करने से दो हजार करोड़ रूपये का विŸाीय भार वहन कर जनहित में निर्णय लिया है। वहीं केन्द्र में भाजपा सरकार ने पेट्रोल-डीजल की वैकल्पिक व्यवस्थाओं जैसे ई-रिक्शा, ई-बाईक्स, ई-कार एवं बायो-डीजल का अधिक से अधिक प्रयोग हो, इस पर भी काम किया जा रहा है।
चतुर्वेदी ने काँग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि काँग्रेस ने भारत बंद का आव्हान किया था, लेकिन आमजन ने बंद नहीं रखा। इससे बौखला कर काँग्रेसियों ने बंद के नाम पर आमजन में भय व आतंक का वातावरण खड़ा किया और कुछ जगह तोड़फोड़ एवं पथराव जैसी घटनाएं की। उन्होंने कहा कि ‘‘खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे’’ की कहावत को चरितार्थ करते हुए बंद के बहाने काँग्रेस ने जमीन तलाशने की कोशिश की है।
चतुर्वेदी ने काँग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के किसानों को समर्थन मूल्य व युवाओं को रोजगार नहीं मिलने के आरोपों को नकारते हुए कहा कि हमारी सरकार ने 15 लाख युवाओं को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध कराया है और किसानों के कर्जे माफ किए है और हाल ही में केन्द्र की भाजपा सरकार ने समर्थन मूल्य बढ़ाया है, जिसका प्रत्यक्ष फायदा किसानों को मिला है। उन्होंने कहा कि पायलट तुलना करने के बाद वक्तव्य दंे तो सही रहेगा। राजस्थान की भाजपा सरकार संवेदनशील सरकार है जो जनता के हित में काम कर रही है और आगे भी करती रहेगी।