जयपुर की जनता की गाढ़ी की कमाई का टैक्स निगम में चढ़ रहा है भ्रष्टाचार की भेंट-खाचरियावास
जयपुर । राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर शहर जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास के आहवान पर कांग्रेस पार्षद दल ने जयपुर नगर निगम में सफाई को लेकर सरकार और बीवीजी कम्पनी की मिलीभगत से किये जा रहे करोड़ों रुपए के घोटाले के विरूद्ध लोकायुक्त में मुकदमा दर्ज कराया। कांग्रेस पार्षद दल के उपनेता-धर्मसिंह सिंघानिया, जिला महासचिव-मनोज मुदगल, पार्षद-मंजू शर्मा, मोहन लाल मीणा, लक्ष्मणदास मोरानी, मोहम्मद शफी, बजरंग कुमावत, मुकेश शर्मा, कजोड़मल सैनी, उमरदराज, रानी लुबना, रमेश बैरवा, इकरामुद्दीन, सुमन गुर्जर सहित ने आज घोटाले के तथ्य प्रस्तुत करते हुए लोकायुक्त के समक्ष लिखित में मुकदमा दर्ज कराया। उपनेता धर्मसिंह सिंघानिया की तरफ से दर्ज कराये गये मुकदमें में घोटाले के सभी दस्तावेज प्रस्तुत किये गये। कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा की बीवीजी कम्पनी को जिन शर्तों पर ठेका दिया गया था उन शर्तों का उल्लंघन करते हुये बीवीजी कम्पनी ने निगम और सरकार के नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से अन्य 7 कम्पनियों को ठेका सबलेट कर दिया जो कि ठेके की शर्तों के बिल्कुल विरूद्ध है।
पूरा जयपुर सड़ रहा है कचरा उठ नहीं रहा है, सफाई और सीवरेज की व्यवस्था चैपट हो गयी, विकास रूक गया है, टूटी सड़कों के कारण रोज दुर्घटनाएं हो रही है और निगम के मेयर और सरकार के लोग राष्ट्रगान के नाम पर अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए राष्ट्रगान का सहारा लेकर अपने भ्रष्टाचार और असफलताओं को छुपाना चाहते है। मेयर और निगम का कर्तव्य सीवरेज और सफाई करना है। हमारा राष्ट्रगान और वन्देमातरम हमें यही सीखाते है कि हम अपने कर्तव्य का पालन करे। राष्ट्रगान की मूल भावना अपने कर्तव्य को निभाना है निगम के मेयर, अधिकारी और सरकार के नेता सफाई और विकास को छोड़कर राष्ट्रगान के नाम पर मुद्दों से ध्यान हटाने का कोशिश कर रहे है। राष्ट्रगान के प्रति पूरा देश सम्मान रखता है और पूरा देश राष्ट्रभक्त है, जनता तो अपना कर्तव्य निभा रही है लेकिन नेता और अधिकारी सफाई और सीवरेज का कार्य छोड़कर गंदगी में लोगों को चिकनगुनिया, डेंगू, स्वाईन फ्लू से मरने के लिए मजबूर कर रहे हैं।
खाचरियावास ने कहा कि जयपुर शहर में कचरा संग्रहण 14 सौ मैट्रिक टन का आंकते हुये 17 सौ मैट्रिक टन के हिसाब से बीवीजी कम्पनी को ठेका दिया गया है यह पूरा संदह के गहरे में है। इसकी तुरंत जांच करायी जानी आवश्यक है कि असल में कचरा कितने टन बीवीजी कम्पनी उठा रही है तथा कागजात में बीवीजी कम्पनी को कितना अधिक भुगतान किया जा रहा है। यह सम्पूर्ण प्रकरण जांच का विशय है। जिसकी कि शिकायत लोकायुक्त में की गई है। खाचरियावास ने कहा कि जयपुर में 14 सौ मैट्रिक टन कचरा होता है जो बढ़ा कर भ्रष्टाचार करने के लिए 17 सौ मैट्रिक टन के हिसाब से दिया गया है और वर्तमान मे बीवीजी कम्पनी मात्र 65 वार्डों में कचरा उठाने का काम कर रही है वहां भी कचरा पूरे तरह से नहीं उठाया जा रहा है और भुगतान उन वार्डों का भी बीवीजी कम्पनी को कर दिया गया है, जहां वो कचरा नहीं उठा रही है। यह सीधे-सीधे निगम और सरकार के बड़े नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार किया जा रहा है। लोकायुक्त में कांग्रेस पार्शद दल ने सभी दस्तावेज प्रस्तुत किये है। यह भ्रष्टाचार छुपेगा नहीं कांग्रेस पार्टी निगम सरकार के इस भ्रष्टाचार के विरूद्ध सड़कों पर आंदोलन करेगी।