अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं। उसी के साथ यहां राजनीतिक सियासत पूरी तरह गर्मा गई है। तभी तो कांग्रेस के कद्दावर नेताओं की श्रेणी में पहली पायदान पर माने जाने वाले पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला का मन अब कांग्रेस से उखडऩे लगा है।
अपने जन्मदिवस के अवसर पर बुलाए गए सम्मेलन के दौरान उन्होंने मीडिया के समक्ष कहा कि कांग्रेस ने उन्हें 24 घंटे पहले ही पार्टी से निकाल दिया है। हालांकि कांग्रेस पार्टी की ओर से इस संबंध में अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। जिससे यह कहा जाए कि वाघेला को कांग्रेस पार्टी से सस्पेंड कर दिया हो। इस मामले में पहले से ही कायस लगाए जा रहे थे कि वाघेला कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा का ध्वज पकड़ सकते हैं। बरहाल वाघेला ने कहा कि वे कांग्रेस सेवा दल में रहे और पार्टी की बड़ी सेवा की। लेकिन आरएसएस से पुराना नाता रहा है। भगवान शंकर ने मुझे विष पिलाना सिखाया है। सत्ता की मुझे कोई लालसा नहीं है।
-सम-संवेदना समारंभ में एनसीपी-जदयू को भी बुलाया
वाघेला ने अपने जन्मदिवस के अवसर पर सम-संवेदना समारंभ नामक एक बड़ा आयोजन रखा है। जिसमें कांग्रेस विधायकों के साथ ही एनसीपी व जदयू विधायकों को न्यौता दिया है। सम्मेलन मे आखिर क्या खुलासा होगा? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं सही समय आने पर ही अपनी बात कहूंगा। सम्मेेलन में जो कहना है वहीं पर कहूंगा।
Accha hua. 10 saal pehle hi nikal dena chahiye tha. Bjp se jyada sambandh tha.