जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व सामाजिक कल्याण मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा गुर्जर आरक्षण पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने प्रदेश के चुनाव से पूर्व गुर्जर समाज से आरक्षण का वादा किया था, आज सरकार बनने के बाद अपना वादा निभाने के बजाय अपनी जिम्मेदारी केंद्र सरकार पर डाल रहे हैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्ववर्ती कार्यकाल में प्रदेश में भी और केंद्र में भी कांग्रेस की सरकार थी फिर भी मुख्यमंत्री गुर्जरों को आरक्षण नहीं दिला पाए तब आज वो कैसे अपनी जिम्मेदारी को केंद्र सरकार पर डाल रहे हैं।
मुख्यमंत्री जानते है कि ये विषय राजस्थान में शिक्षा और नौकरियों से जुड़ा है, और इस पर पूर्णतया गभीरता दिखाने की जिम्मेदारी भी राज्य सरकार की है पर दुर्भाग्य है कि राजस्थान में सरकार को बने हुए डेढ़ माह हो गया, ना तो मुख्यमंत्री ने गुर्जंर आरक्षण पर कोई गंभीरता दिखाई और ना गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों से बुलाकर बात की।
यहां तक कि गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों ने राजस्थान सरकार को एक महीने पहले आंदोलन के बारे में अवगत करवा दिया था और आंदोलन की तिथि भी तय कर दी थी लेकिन सत्ता के मद में चूर सरकार ने इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया। इसी का परिणाम है कि आज गुर्जर समाज के लोग इतनी ठंड में आंदोलन कर रहे हैं और आंदोलन की वजह से आम लोग परेशान हो रहे हैं, प्रदेश में अराजकता का माहौल है।
आज जब गुर्जर समाज ने धरना, प्रदर्शन और ट्रेन रोकना शुरू कर दिया तब जाकर सरकार की नींद खुली और एक तीन सदस्यीय मंत्रिमंडल समिति का गठन किया जिसमें भी गुर्जर समाज का एक भी प्रतिनिधि शामिल नहीं किया जबकि इस समाज के उप मुख्यमंत्री सहित दो मंत्री राज्य सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल है।
चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा की सरकार के समय शुरू हुई देवनारायण योजना में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की तुलना में दोगुना राशि खर्च की थी, जिससे गुर्जर समाज सहित पांच अन्य जातियों के छात्रों और युवाओं को संबल मिला था। गुर्जर समाज को एक प्रतिशत सवैधानिक तरीके से आरक्षण देने का काम भी भाजपा सरकार में ही हुआ था।
उन्होंने कहा कि कंाग्रेस ने चुनाव से पहले सभी जाति एवं समाजों का वोट लेने के लिए अनेकों वादे किए लेकिन राजनैतिक इच्छा शक्ति के अभाव में आज वो पलट गए हैं, सरकार ना ही अभी तक किसानों का पूर्ण कर्जा माफ कर पाई है और ना ही बेरोजगारी भत्ता दे पा रही है। कांग्रेस सरकार लोगों के साथ छलावा कर अपनी जिम्मेदारी से दूर भागने का प्रयास कर रही है।