जयपुर। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस सांसद एवं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मंत्रिमण्डल के सदस्य रहे शशि थरूर की राम जन्मभूमि को लेकर दिये गये बयान कोई अच्छा हिन्दू दूसरों के पूजा स्थल को तोड़कर मन्दिर नहीं बनाना चाहता है को अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भगवान राम के भव्य मन्दिर बनाने की करोड़ों हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करने वाला बताया। राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रौन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने पत्रकार वार्ता में बताया कि कांग्रेस नेता शशि थरूर का बयान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी की एवं कांग्रेस की सोच का प्रकटीकरण है।
लखावत ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी वोट बैंक की क्षुधा को मिटाने के लिए मन्दिरों में दर्शन के नाम पर जा रहे है, जबकि उनका और उनकी कांग्रेस पार्टी का करोड़ों हिन्दुओं के आस्था केन्द्र राम जन्मभूमि अयोध्या में राम मन्दिर नहीं बनने का परिदृश्य प्रकट कर रहा है। लखावत ने कहा कि कांग्रेस वोट बैंक को साधने के लिए दोहरा मापदण्ड एक साथ अपना रही है, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी स्वयं मन्दिरों में माथा टेक रहे है और दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मन्दिर के निर्माण के औचित्य को चुनौती दे रहे है।
लखावत ने कहा कि यह कांग्रेस का दोहरा चेहरा है, जिसे आम लोग अच्छी तरह पहचान लें। लखावत ने अपने बयान में कहा कि इसके पूर्व भी कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गाँधी के विश्वसनीय नेता एवं तत्कालीन कांग्रेस शासित सरकार के केन्द्रीय मंत्री रहे कपिल सिब्बल ने सर्वोच्च न्यायालय में स्पष्ट रूप से आग्रह किया था कि राम जन्मभूमि से सम्बन्धित सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन प्रकरण की सुनवाई लोकसभा चुनाव, 2019 तक स्थगित कर दी जायें। क्योंकि न्यायालय में सुनवाई होने से न्यायालय के बाहर गम्भीर प्रभाव का प्रकटीकरण होता है। कपिल सिब्बल की उक्त प्रार्थना पर जिस पक्षकार की ओर से प्रार्थना करना बताया उस पक्षकार ने कपिल सिब्बल की राय से असहमति व्यक्त करते हुए कहा था कि यह हमारी मांग नहीं है।
लखावत ने कहा कि कांग्रेस हाल ही में हो रहे विधानसभाओं के चुनावों में वोट बैंक की राजनीति करते हुए एक ओर मन्दिर में जा रही है और दूसरी ओर अच्छे हिन्दुओं द्वारा किसी दूसरे के आस्था केन्द्र को तोड़कर उस स्थान पर राम मन्दिर नहीं बनाने की बात कह रही है। लखावत ने कहा कि कांग्रेस वोटों के लिए अच्छे और खराब हिन्दूओं का प्रमाण-पत्र जारी करने में व्यस्त है। श्री लखावत ने कहा कि राम जन्मभूमि से जुड़े हुए विषय पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा जन्मभूमि स्थान पर मन्दिर बनाने के सम्बन्ध में निर्णय दिया जा चुका है और अपील के रूप में माननीय सर्वोच्च न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है।लखावत ने कहा कि पुरातात्विक व ऐतिहासिक साक्ष्यों व तथ्यों में इस बात के प्रमाण है कि राम जन्मभूमि पर बने मन्दिर को तोड़ा गया था। इसलिए शशि थरूर का बयान के दूसरों के पूजा स्थल को ध्वस्त कर मन्दिर बनाना अच्छा हिन्दू नहीं चाहता है पूर्णत: राम जन्मभूमि, विराट हिन्दू समाज एवं राम जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए सैकड़ों वर्ष में किये गये युद्ध, संघर्ष, आन्दोलन एवं लोकआस्था का अपमान है। लखावत के अनुसार स्वाभीमानी राष्ट्र के नागरिक इसे कभी सहन नहीं कर सकते है।