नयी दिल्ली. कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनकी उस टिप्पणी के लिए निशाना साधा कि पकोड़ा बेचना एक तरह का रोजगार है। चिदंबरम ने दावा किया कि भारत में वास्तव में आर्थिक वृद्धि तो हो रही है लेकिन रोजगार के अवसर नहीं बढ़ रहे हैं। चिदंबरम ने कई ट्वीट करके कहा कि मोदी सरकार को ष्ष्समझ नहीं आ रहा कि रोजगार कैसे सृजित किया जाए। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि ष्ष्सरकार रोजगार सृजन के बारे में बेतुके दावे करके हमारे ष्कॉमनसेंसष् पर हमला कर रही है।
उन्होंने कहा, ष्ष्प्रधानमंत्री ने कहा था कि पकोड़ा बेचना भी एक रोजगार है। उस तर्क से तो भीख मांगना भी रोजगार है। चलिये जीने के लिए भीख मांगने के लिए बाध्य गरीब या विकलांग व्यक्तियों को भी रोजगार वाले व्यक्तियों के तौर गिन लेते हैंण्ण्ण्सच्चाई यह है कि भारत ने तीन वर्ष में मामूली आर्थिक वृद्धि की है लेकिन रोजगार के अवसर नहीं बढ़े हैंए सरकार को समझ में नहीं आ रहा कि रोजगार का सृजन कैसे करना है।
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि 2017-2018 में 70 लाख नये रोजगार के दावे की दो विद्वानों ने हवा निकाल दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें है कि भविष्य निधि में योगदान देने वाले सदस्यों की संख्या जुलाई 2017 में 462 लाख से कम होकर सितम्बर 2017 में 438 लाख हो गई। उन्होंने कहा कि नौकरी पर चर्चा के दौरान नौकरी और स्वरोजगार के बीच अंतर रखना महत्वपूर्ण है।