नयी दिल्ली : हिंदुत्व के उदार चहरे को अपनाने पर सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की कांग्रेस और वामदल ने कड़ी आलोचना की और भाजपा ने इसे उसके वोट बैंक में सेंध का प्रयास करार दिया है। दूसरी ओर, टीएमसी ने अपने बचाव में कहा कि हिंदूत्व पर भाजपा का कॉपीराइट नहीं है। टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘भाजपा जो सीखा रही है वह हिंदूत्व नहीं है। वे बस समाज का बंटवारा करना चाहते हैं। हम हर समुदाय और धर्म को एक साथ लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं।’’ भाकपा के सांसद सुजन चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘ टीएमसी जहां अल्पसंख्यक कट्टरवाद को बढ़ावा दे रही है वहीं भाजपा बहुसंख्यक सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रही है।
अब टीएमसी छवि में बदलाव लाने के प्रयास के साथ हिंदूत्व के अपने खेल से भाजपा को मात देने की कोशिश कर रही है।’’ इस सप्ताह तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित किए गए \R‘‘ब्राह्मण\R सम्मेलन\R’’ के\R बाद\R इस\R मामले\R पर\R विवाद\R खड़ा\R हुआ।\R इस\R सम्मेलन\R में\R हजारों\R पुरोहितों को सम्मानित किया गया था और हर एक को भागवद गीता भी दी गई थी।