जयपुर। सामाजिक सुरक्षा पेंशन बंद करने के विरोध में जयपुर शहर कांग्रेस की ओर से सोमवार को यहां सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग कार्यालय का घेराव और प्रदर्शन किया। जयपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सामाजिक कार्यालय पर प्रदर्शन किया और पेंशन शुरु नहीं करने पर मुख्यमंत्री आवासा के घेराव की चेतावनी दी। प्रदर्शन के दौरान खाचरियावास ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने 26 दिसम्बर 2016 को सभी जिला कलक्टरों को आदेश दिए हैं कि जिन जनधन खातों में पचास हजार रुपए जमा हो गए हैं, उन खातों में पेंशन जमा नहीं होगी। जन-धन खातों में पचास हजार रूपये की सीमा केन्द्र सरकार ने लगाई है तथा नोटबंदी के बाद गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों ने मजबूर होकर अपनी जिन्दगीभर की बचत जन-धन खातों में जमा कराई है। इस आधार पर पेंशन को रोकना गैर कानूनी है। यदि जनधन खातों में राशि जमा नहीं हो रही है तो राज्य सरकार मनी आर्डर से पेंशनधारियों को पेंशन भेजने की व्यवस्था करें। केन्द्र और राज्य दोनों में ही भाजपा की सरकारे हैं, ऐसे में पेंशन रोकने के लिये राज्य की भाजपा सरकार जिम्मेदार है। नोटबंदी के कारण पहले ही लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है, महंगाई चरम पर पहुंच गई है। जिन बुजुर्ग, विधवा और विकलांगों की पेंशन रोक दी गई है, उनके सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। वैसे भी गत तीन सालों में लाखों लोगों की पेंशन उन्हें मृत बता तथा अन्य कारण बताकर रोक दी गई थी। अब जनधन खातों में पचास हजार की सीमा बताकर रोक दी गई है। यह सीधे-सीधे पेंशनधारियों की पीठ में खंजर घोपने के समान हैं। कांग्रेस पार्टी इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकती। यदि सात दिन में पेंशन चालू नहीं की गई तो जयपुर के सभी वार्डों से पेंशनधारियों को एकत्रित करके मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया जाएगा। खाचरियावास के नेतृत्व में शिष्ट मण्डल ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को चेतावनी-पत्र सौंप कर 7 दिन में सभी पेंशनधारियों की पेंशन पुन: चालू करने की मांग की गई। इस दौरान जिला प्रभारी भंवरलाल मेघवाल, पूर्व सांसद डॉ. महेश जोशी, कांगे्रस नेता-विक्रमसिंह, अमीन कागजी, बृजकिशोर शर्मा, संजय बाफ ना, प्रदेष सचिव राजेश चैधरी, ब्लॉक अध्यक्ष-मनोज मुदगल, कैलाश शर्मा, राजकुमार बागड़ा, समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

LEAVE A REPLY