तिरुवनंतपुरम। केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्निथला ने आज कहा कि माकपा को राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा से लड़ने के लिए ‘‘धर्मनिरपेक्ष एवं लोकतांत्रिक’’ ताकतों को साथ लाने की उनकी पार्टी की पहल में शामिल होना चाहिए। उन्होंने यहां कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ‘‘सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए धर्मनिरपेक्ष एवं लोकतांत्रिक ताकतों’’ के बीच एकता निर्माण की कोशिश कर रही है और माकपा को इसका हिस्सा बनकर सही रुख का प्रदर्शन करना चाहिए।
प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता चेन्निथला ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘देश के लोग चाहते हैं कि सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी ताकतों से लड़ने के लिए इस तरह की एक ताकत हो। ऐसा लगता है कि माकपा नेता सीताराम येचुरी और पार्टी की पश्चिम बंगाल शाखा ने इसे लेकर एक सकारात्मक रुख दिखाया है।’’ उन्होंने माकपा नेता प्रकाश करात के इस तरह के कदम का विरोध करने को लेकर कहा कि माकपा नेता ने 2008 में केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व वाली संप्रग-1 सरकार से पार्टी का समर्थन वापस लेकर बहुत बड़ी गलती की थी और ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि वह इसे नहीं दोहराएंगे।’’ केरल में इस समय माकपा नीत यूडीएफ की सरकार है तथा कांग्रेस नीत एलडीएफ विपक्ष में है।