जयपुर। भ्रष्ट लोकसेवकों की शिकायत पर राजस्थान सरकार की ओर से अभियोजन स्वीकृति नहीं मिलने तक मीडिया में उनके नाम-पत्ते, फोटो और उनके काले कारनामे सामने नहीं आ पाए, इसके लिए लाए जा रहे विधेयक का विरोध शुरु हो गया है। कांग्रेस ने जयपुर में कलक्ट्री सर्किल पर इस विधेयक को काला कानून बताकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि इस काले कानून को लाकर वसुंधरा सरकार किन घोटालों और भ्रष्ट अफसरों को दबाना चाहती है। राजस्थान प्रदेष कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं और जयपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि न्याय पालिका के अधिकार कम करके आम आदमी के मूल अधिकार समाप्त करने का षडयन्त्र भाजपा सरकार कर रही है। सीआरपी की धारा १५६ (३) में संशोधन कर दिया है। अब मजिस्टेऊट सरकार की स्वकृति से पहले किसी भी मामले में जॉच का आदेश नहीं दे पायेगें और ना ही प्रसंज्ञान ले पायेंगे। खाचरियावास आज राजधानी जयपुर में कलेक्ट्रेट सर्किल पर सैकडों कांगे्रस कार्यकताओं को संबोधित कर रहे थे, आज सुबह प्रताप सिंह खाचरियावास ने नेतृत्व में सेकडों कांग्रेस कार्यकर्ता राज्य की भाजपा सरकार द्वारा भष्ट्र अधिकारियों व नेताओं को बचाने के लिए लायें गये काले कानुन का विरोध कर रहे थे। इस अवसर पर बडी तादाद में जुटे कांगे्रस कार्यकर्ताओं और नागरिकों को सम्बोधित करते हुए खाचरियावास ने कहा कि राज्य सरकार इस काले कानुन को किसी भी कीमत पर लागु नहीं कर पायेगी । कांगे्रस पाटीज़् और राजस्थान की जनता लोकतन्त्र को समाप्त करने वाले मूल अधिकारों का हनन करने वाले इस काले कानुन को जला कर राख कर देगी । राज्य की भाजपा सरकार की मुख्यमन्त्री, मन्त्री व नेताओं का पुरे प्रदेष में सभी जगह विरोध किया जायेगा, सरकार प्रदेष का महौल खराब करना चाहती है जब तक सरकार यह कानुन वापस नहीं लेगी तब तक मुयमंत्री और मंत्रीयों की सभाओं का सावज़्जनिक बहिष्कार किया जायेगा ।
खाचरियावास ने कहा कि राज्य सरकार की लाठी और गोली राजस्थान की जनता और कांग्रेस पाटीज़् डरने वाली नहीं है । लाठी गोली के दम पर तानाषाही पूणज़् तरिके से लोकतन्त्र विरोधी कानुन स्वीकार नहीं किया जा सकता । पूरे प्रदेष में सरकार अमन चमन खराब करना चाहती है । सरकार को समय रहते इस कानुन को रदद कर देना चाहिए अन्यथा यह काला कानुन भाजपा सरकार के ताबुत में अन्तिम किल का काम करेगा । खाचरियावास ने राज्य सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि सरकार की लाठी गोली कम पड जायेगी लेकिन कांग्रेस पाटीज़् और प्रदेष की जनता किसी भी किमत पर यह काला कानुन स्वीकार नहीं करेगी ।
खाचरियावास ने कहा कि राज्य सरकार को यह बताना चाहीऐ कि वे अपने कोन से घोटालों से बचने के लिए इस तरह का काला कानुन लेकर आ रही है । सरकार अपने भष्ट नेताओं व अधिकारियों को बचाने के लिए काला कानुन लाई है । उन्होंने कहां कि यदि यह कानुन वापस नहीं लिया गया तो कांग्रेस पाटीज़् सडकों पर बडा आन्दोंलन करेगी विधान सभा का घेराव करेगी तथा सरकार का काम काज ठप्प कर दिया जायेगा ।
आज दोपहर 2 बजे जयपुर ष्षहर कांग्रेस के सेकडों कायज़्कता काला कानुन वापस लो, तानाषाही नहीं चलेगी, भष्टाचार के दलालो को जुते मारों सालों को, तानाषाही मत करों जैसे नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट सकिज़्ल पर पॅहुये यहा लगभग 2 घण्टे तक कांग्रेस कायज़्कताओं ने काले कानुन के विरोघ प्रताप सिह खाचरियावास के नेतृत्व में प्रदषज़्न किया। इस दौरान प्रताप सिंह खाचरियावास के साथ कांग्रेस नेता राजीव अरोडा, अचज़्ना षमाज़् विकम सिंह षेखावत, दुष्ष्यन्त राज सिंह चुण्डावत, राजकुमार बागडा, जगदीष चैधरी, डॉ. प्रहलाद रघु, गंगा देवी, षारदा साद, ज्योति खण्डेलवाल, रवि हेमलानी, अमरिष वधज़्न, सी.एम. बधारा, सुषील पारिक, दिनेष भाटी, रामस्वरूप मीणा, धमज़्ंिसह सिंघानिया, लक्की मोरानी, सुरज षमाज़्, भोमा सागर, लियाकत पठान, दिनेष स्वामी, आफताब गोरान, रमेष षमाज़्, विमल यादव सहित सैकडों कांगे्रस कायज़्कता मौजुद थे।