जयपुर। पुलिस कांस्टेबल के तेरह हजार पदों पर शनिवार व रविवार को परीक्षा होगी। करीब पन्द्रह लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। बिना किसी व्यवधान के परीक्षा कराने के लिए पूरा पुलिस अमला लगा हुआ है। नकल रोकने व कहीं किसी गिरोह द्वारा पेपर आउट करने के डर के चलते इस बार कड़े प्रबंध किए गए हैं। ये कड़े प्रबंध पन्द्रह लाख परीक्षार्थियों व उनके परिजनों पर भारी पड़ रहे हैं। अभ्यर्थियों को गृह जिले में परीक्षा नहीं दिलवाई जा रही है। उन्हें दूसरे जिलों में परीक्षा केन्द्र दिए है। जयपुर के अभ्यर्थियों को कोटा, उदयपुर व उससे लगते हुए जिले दिए हैं तो उन जिलों के अभ्यर्थियों को जयपुर, सीकर झुंझुनूं दिए हैं। जिले में परीक्षा नहीं होने से सभी पन्द्रह लाख अभ्यर्थियों के साथ उनके परिजन भी परेशान हो रहे हैं। दो से चार सौ किलोमीटर दूर परीक्षा केन्द्र होने से अभ्यर्थियों के आने-जाने और ठहरने की दिक्कतें खड़ी हो गई है। वहीं रोडवेज, रेलवे पर अतिरिक्त भार भी बढ़ेगा। जयपुर में ही करीब पौने चार लाख अभ्यर्थी दो दिन परीक्षा देंगे। ऐसे ही कोटा, जोधपुर, अजमेर जैसे जिलों में भी लाखों अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचेंगे।
बसें व रेलों के फुल होने का अंदेशा है। किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए परिजन एक दिन पहले ही जिलों में पहुंच रहे हैं। इसका फायदा निजी बस संचालक और होटल वाले उठा रहे हैं। इन्होंंने किराया डेढ़ से दुगुना कर दिया है। ट्रेवल कंपनियां परीक्षा देने जाने वाले अभ्यर्थियों की एडवांस बुकिंग नहीं कर रहे हैं। मनमाने तरीके से पैसे वसूल रहे हैं। सरकार ने एक दिन पहले आने वाले अभ्यर्थियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है। ऐसे में होटल-धर्मशाला वाले इसका बेजा फायदा उठाएंगे। जो पैसे देने में समक्ष नहीं है, वे रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड और सड़कों पर ही सोने को मजबूर होंगे। हालांकि सरकार ने रोडवेज व रेलवे को अतिरिक्त इंतजाम करने की व्यवस्था की है, लेकिन वे लाखों अभ्यर्थियों के सामने नाकाफी लग रहे हैं।
सिंधी कैम्प बस अड्डे के सामने टिकट बुकिंग कराने आए मुकेश पंचौली ने बताया कि उसके बेटे व भतीजों का परीक्षा सेंटर कोटा में आया है। वे दो दिन से एडवांस बुकिंग के लिए आ रहे हैं, लेकिन निजी टेÑवल कंपनियां शुक्रवार को बुकिंग करने की कह रहे हैं और शुक्रवार के तीन से चार सौ रुपए किराये होने की कह रहे हैं, जबकि कोटा का किराया दो सौ रुपए है। सरकार ने बाहर परीक्षा केन्द्र करके परीक्षार्थियों व घर वालों के लिए आफत कर दी। दूसरे जिलों में परीक्षा केन्द्र करने से सरकार ने आफत बढ़ा दी है। अब आने-जाने, ठहराव व खाने में ही एक-एक अभ्यर्थी के दो से तीन हजार का खर्चा बैठेगा।
शनिवार व रविवार को कांस्टेबल भर्र्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों के ठहराव व खाने-पीने के लिए कई सामाजिक संगठन व समाज आगे आए हैं। अभ्यर्थियों को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए संगठनों व समाज ने अपने भवनों, घरों व धर्मशालाओं में इनके ठहरने व भोजन की व्यवस्था की है।