जयपुर। राजस्थान के कोटा के धानमंडी में होटल के भरभराकर गिरने और उसमें दबे पांच में से चार जनों को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन पांचवें व्यक्ति को बचाया नहीं जा सका। पांचवें कर्मचारी सद्दाम की करीब बीस घंटे के बाद लाश ही मलबे से निकली। जब होटल गिरी तो वह कमरे में सोया हुआ था। ऐसे में वह भाग नहीं सका और मलबा उस पर आकर गिरा। इस वजह से उसकी मौत हो गई। हालांकि चार कर्मचारी भी बुरी तरह फंसे हुए थे, लेकिन होटल गिरने का अंदेशा होने के कारण वे सुरक्षित जगह तलाश ली थी, िजसके चलते उन पर ज्यादा मलबा नहीं गिरा और बराबर हवा-पानी मिलता रहा। फिर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मलबा हटा दिया, जिससे इनकी जान बच गई।
होटल गिरते ही एक कर्मचारी का तो तुरंत ही बाहर निकाल लिया था। गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह यह होटल अचानक ही गिर पड़ी थी। इसमें पांच जने दब गए थे। गैस कटर से मलबे में दबे सरियों को हटाया जा रहा है। क्रेन से बड़े पिलर हटाए जा रहे हैं। हादसा सुबह साढ़े ग्यारह बजे हुआ। जोर के धमाके से होटल का एक बड़ा हिस्सा नीचे जमींदोज होते हुए लोगों ने देखा और देखते ही होटल मलबे में तब्दील हो गई। होटल में मौजूद कर्मचारी व यात्री मलबे में दब गए। एक युवक का सिर और हाथ मलबे में दबा दिखा तो लोगों ने मलबा हटाकर उसे बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। इसी तरह एक अन्य युवक को भी मलबे में से सुरक्षित निकाला जा रहा है।
मलबे में आधा दर्जन लोग बताए जा रहे हैं। कुछ यात्री भी हो सकते हैं, लेकिन इसकी सूचना होटल प्रशासन से नहीं मिल पाई है। ढही गई इमारत काफी पुरानी और जर्जर अवस्था में बताई जाती है। इस वजह से यह इमारत गिरी और लोग दब गए। काफी वाहन भी दबे हुए है। शेष बची होटल का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया है। वे भी गिरने के कगार पर है। हादसे के बाद होटलकर्मी भाग गए।