जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि विश्व के जिन देशों ने मास्क को जीवनचर्या का हिस्सा बनाया, वहां कोरोना संक्रमण के मामले कम सामने आ रहे हैं। राज्य सरकार ने भी कोरोना नियंत्रण के लिए मास्क को अचूक उपाय मानते हुए जन आंदोलन छेड़ा है। इसकी सफलता इस महामारी को रोकने में मददगार होगी। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि वे इस जन आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए निचले स्तर तक मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें।
गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई देशों में कोरोना का दूसरा या तीसरा पीक चल रहा है। ऎसे में, कोरोना की हमारे देश में क्या स्थिति बन सकती है, इसे लेकर बेहद सतर्क एवं सजग रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारी सावधानी ही हमें इस महामारी के प्रकोप से बचा सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन में मास्क के महत्व को समझाने के साथ ही विभिन्न संस्थाओं एवं संगठनों को अभियान से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि मास्क वितरण के कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाने के साथ ही लोगों को इस रोग से बचाव के उपायों की जानकारी भी आवश्यक रूप से दी जाए ताकि लोग इस रोग के खतरों के प्रति सचेत हो सकें और लापरवाही नहीं बरतें। उन्होंने कहा कि कई अध्ययनों के मुताबिक लापरवाही बरतने के कारण कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े।
गहलोत ने कहा कि कोरोना के कारण लोगों में तनाव एवं अवसाद के मामले भी सामने आ रहे हैं। साथ ही, इसके रोगियों में कई तरह के साइड इफेक्ट्स भी देखे जा रहे हैं। ऎसे में, लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए योग, नेचुरोपैथी सहित अन्य गतिविधियों से उन्हें जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन में रह रहे रोगियों की निरन्तर काउंसलिंग की जाए। इससे उन्हें इस रोग के दुष्प्रभाव से बाहर निकलने में आसानी होगी।
स्वायत्त शासन विभाग के शासन सचिव भवानी सिंह देथा ने जन आंदोलन पर प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि इस अभियान का लोगों में सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में टीमें बनाकर इस अभियान से जन-जन को जोड़ा जा रहा है। अब तक 15 लाख से अधिक लोगों को मास्क का वितरण किया गया है।
प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अखिल अरोरा ने बताया कि कोरोना से सम्बन्धित समस्याओं का 181 हेल्पलाइन पर प्रभावी समाधान एवं मार्गदर्शन किया जा रहा है। अब तक 145 लोगों को इसके माध्यम से बैड उपलब्ध कराया गया तथा होम आईसोलेशन में रह रहे 321 लोगों की काउंसलिंग की गई।

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