जयपुर। जयपुर डायलाॅग्स के तीसरे दिन “भारत की एकता एवं विभाजन के तत्व” विषय पर चर्चा हुई। वर्ल्ड ट्रेड पार्क में आयोजित तीन दिवसीय जयपुर डायलाॅग्स कार्यक्रम में आये मेहमानों व विद्वानों ने अपने विचार रखे। आज जयपुर डायलॉग्स कार्यक्रम के समापन सत्र में डॉ. सुब्रमण्यन स्वामी सांसद और राष्ट्रवादी कार्यकर्ता, तारेक फतेह लेखक, जे. नंदकुमार राष्ट्रीय संयोजक प्रज्ञा प्रवाह, शैफाली वेद्य सामाजिक मीडिया विशेषज्ञ, राघवन जगन्नाथन चीफ एडिटर स्वराज मैगजीन, “भारत की एकता एवं विभाजन के तत्व” विषय पर संवाद किया।
डॉ. सुब्रमण्यन स्वामी सांसद और राष्ट्रवादी कार्यकर्ता पत्रकारों से रूबरू हुए। स्वामी ने कहा- हम अंग्रेजो की बनाई शिक्षा प्राप्त करते है। हमे ऐसी पुस्तक तैयार करनी चाहिए जो हमारा सही इतिहास बताये। कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी धर्मो ब्राह्मण, क्षत्रिय, वेश्य, शुद्र, हिन्दू मुस्लिम सबका डीएनए एक है। हमारे पूर्वज हिन्दू थे ये मुस्लिमो को भी मानना चाहिए। चाणक्य के अनुसार देश को अनेक जनपदों में बाटना चाहिए। संविधान में धारा 351 में लिखा है कि हिंदी मातृ भाषा है। 50 साल में हिंदी संस्कृत भाषा बन जायेगी।
स्वामी ने पद्मावती फिल्म पर टिप्पणी करते हुए कहा, पद्मावती फिल्म की मंशा देश के इतिहास से छेड़छाड़ करना है। कुछ लोग पैसा देकर ऐसी फिल्में बनवाते है जिनमे हिन्दू भावनाओं का हनन हो। पीके फिल्म में भी ऐसी ही साजिश थी। ऐसा गलत है। फिल्म में हिन्दुओ के प्रति क्षीण भावना दिखाने की कोशिश की गई है। हमारे देश में महिलाओ का विशेष स्थान है। सभी को हिंदुत्व के गुण और संस्कार मानने चाहिए। ज्ञान और त्याग हमारे हिंदुत्व का हिस्सा है। वर्ण शक्ति का विकेंद्रीकरण था। हिन्दू संस्कृति अटूट है। भारत देश कभी नही टूटेगा। इसका विस्तार होगा। दूसरे धर्म के लोगों को भी हम सम्मान देते है।पहले भारत सोने की चिड़िया था और अंग्रेज विभाजन करके चले गए।
स्वामी ने अयोध्या राम मंदिर मामले पर कहा- राम मंदिर अगले साल दीवाली 2018 तक मंदिर का काम शुरू हो जायेगा। राम मंदिर और बावरी मज्जिद विवाद को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट को कहा है। हाईकोर्ट द्वारा करवाई गई तीन साल की जाँच रिपोर्ट में सामने आया कि मज्जिद के नीचे प्राचीन मंदिर का ढाँचा आज भी मौजूद है। कोर्ट ने माना है कि मज्जिद मुस्लिम धर्म के लिए अनिवार्य नही है। यह जमीन हिन्दुओ को राम मंदिर बनाने के लिए देनी चाहिए। मज्जिद सिर्फ नमाज पढ़ने की जगह है और जहा नमाज की जरूरत हो वहा मज्जिद बना सकते है। मज्जिद को तोड़ा जा सकता है। अयोध्या में 27 मज्जिदे है। मुस्लिम इलाके में मज्जिद बनाई जा सकती है। 5 दिसम्बर को इस मामले पर सुनवाई है मार्च 2018 तक सारी बहस खत्म हो जायेगी। जुलाई तक जजमेंट आ जायेगे। कोर्ट का फैसला आने पर राममंदिर का काम चालू हो जायेगा। दीवाली तक आयोध्या आने की तैयारी करे, राममंदिर बनना शुरू हो जायेगा। मुस्लिम समाज हमारे पक्ष में है और कश्मीरी पंडित भी वापस लौटेंगे।
लवजिहात लव नही है, यह लवजिहात के जरिये एक आईएसआई का षडयन्त्र है।
जे. नंदकुमार राष्ट्रीय संयोजक प्रज्ञा प्रवाह ने कहा, हमे सुनहरा मौका 1947 में मिला था जब हमे आजादी मिली। राजनैतिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक लोगो को मिलकर भारत को एक करने की आवश्यकता है। भारत का विखंडन करने वाले लोगो को भारत को आगे ले जाने के लिए समझना पड़ेगा। भारत एक राष्ट्र है, हम सब एक है। हमे बेहतर भारत बनाना चाहिए। भारत को अखंड बनाने के लिए लक्ष्य बनाकर काम करना होगा। साथ ही शिक्षा प्रणाली को भी ठीक करने की आवश्यकता है।
नंदकुमार ने कश्मीर पर चर्चा करते हुए कहा- कश्मीर के बिना भारत अपूर्ण है। कश्मीर भारत का हिस्सा है। शिक्षा सिस्टम में स्वामी विवेकानंद और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को इग्नोर नही करना चाहिए। हमे देशी भाषा हिंदी को महत्व देना चाहिए। कुछ लोग जानबूझकर भारत की एकता के खिलाफ काम करते है। हिंदुत्व संस्कृति का भाव सभी में लाना जरुरी है। राष्ट्रवाद को मजबूत करने के लिए शिक्षा जरुरी है। हमे मिलकर काम करना चाहिए। जयपुर डायलाॅग्स फोरम के अध्यक्ष सुनील कोठारी ने बताया कि जयपुर डायलॉग्स के तीन दिवसीय कार्यक्रम का आज समापन हुआ।
डॉ. सुब्रमण्यन स्वामी और जे. नंदकुमार ने कार्यक्रम के दौरान पत्रकारो से वार्ता की। और पत्रकारों से रूबरू होकर विभिन्न मुद्दों पर बात की।
कार्यक्रम में जयपुर डायलाॅग्स फोरम के अध्यक्ष सुनील कोठारी, सचिव पंकज जोशी, सयुक्त सचिव राजकुमार शर्मा, सीओओ प्रकाश टेकवानी सहित ग्रहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, विधायक घनश्याम तिवारी, आईएएस संजय शिक्षित मौजूद रहें।