जयपुर। एससी-एसटी एक्ट के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के अहम फैसले के विरोध में दलित संगठनों की ओर से सोमवार को आहूत भारत बंद हिंसा की भेंट चढ़ गया। कई राज्यों में बंद समर्थकों और संगठनों के कार्यकर्ताओं की ओर से हिंसक प्रदर्शन हो गए। पुलिस को भी सख्ती दिखानी पड़ी। करोड़ों रुपए की सम्पत्ति को नुकसान पहुंचा तो दर्जनों लोगों को चोटें भी आई। रेल, सड़क मार्ग बाधित रहा।
हिंसक प्रदर्शनों में दस जनों की मौत की सूचना है और कई गंभीर घायल अस्पताल में भर्ती है। उत्तर भारत में बंद का असर ज्यादा देखने को मिला। यूपी, बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, झाडखण्ड, पंजाब आदि राज्यों में बंद का असर काफी रहा। कई स्थानों पर बंद समर्थक और व्यापारी व बंद विरोधी लोग आमने-सामने भी हुए। मध्यप्रदेश में हिंसक प्रदर्शनों से सर्वाधिक छह मौतें हुई है, वहीं यूपी में दो जनें मारे गए, साथ ही राजस्थान व बिहार में एक-एक जने की मौत हुई।
राजस्थान के बाड़मेर, बीकानेर में तो बंद समर्थक व बंद विरोधियों की आमने-सामने भिड़त हुई और पत्थरबाजी हुई। इन्हें खदेडऩे में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। हिंसा व बंद से प्रभावित राज्यों में पुलिस दिन भर भागती-दौड़ती रही। पुलिस ने कानून व्यवस्था संभालने के लिए सख्ती बरती, जिससे हिंसा पर उतारु लोग भयभीत हुए और घरों में लौटे। बहुत से लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। उधर, आज के बंद के दौरान हुई हिंसा के बाद माहौल तनावपूर्ण है। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर काफी कुछ चल रहा है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एसटी-एससी संगठन नाराज है और इस फैसले को लेकर केन्द्र व राज्य सरकारों पर दबाब बनाए हुए है। इसी के तहत आज भारत बंद रखा गया था, जो हिंसा की भेंट चढ गया।