जयपुर। देवी देवताओं के हाथ में शस्त्र था तो देश में हथियार था और देश सुरक्षित था। हाथ में शस्त्र और घर में चार बच्चे होंगे तो ही हिन्दू देश में सुरक्षित रहेगा। जयपुर के अग्रवाल कॉलेज में विश्व हिन्दू परिषद के जयपुर महानगर के हिन्दू विजयोत्सव के कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री महावीर भाई ने यह विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिग्रेडियर प्रताप सिंह शेखावत ने की। मुख्य अतिथि एन.के. गुप्ता चेयरमेन मंगलम ग्रुप, विशिष्ट अतिथि नरेश कुमार भार्गव प्रमुख समाजसेवी थे। इस अवसर पर विहिप के क्षेत्रीय मंत्री नरपत सिंह, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रान्त संघचालक रमेश अग्रवाल, प्रान्त के मंत्री किशोरीलाल, उपाध्यक्ष सुभाष सैनी, बजरंग दल प्रान्त संयोजक अशोक सिंह, महानगर के अध्यक्ष तेजाराम, महानगर के कार्यकारी अध्यक्ष अर्जुन ंिसंह सिसोदिया उपस्थित थे। इस अवसर पर देश के वीर शहीदो के परिवारों को सम्मानित किया गया।
विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त मीडिया प्रभारी रवीन्द्र शर्मा ने बताया कि विजयोत्सव की पूर्व संध्या पर देश के महान शहीद सैनिकों का सम्मान ही हिन्दू विजयोत्सव पर्व है। विश्व हिन्दू परिषद जयपुर महानगर की ओर से हिन्दू विजयोत्सव मनाया गया, इसमें शस्त्रों की पूजा की गई एवं देश के वीर शहीदों को याद कर उनके परिवारजनों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं केन्द्रीय मंत्री महावीर भाई ने कहा कि हिन्दू समाज में विजयादशमी पर हथियारों की जंग उतारते है। दो हजार साल पहले तक देश में ईसाई नहीं था और 1400 साल पूर्व कोई मुस्लिम नहीं था। सब हिन्दू थे। भगवान राम के कन्धे पर धनुष, दुर्गा माता के दसो हाथों में शस्त्र, भगवान कृष्ण के हाथ में चक्र था। भगवान राम ने दशहरे के दिन रावण का अंत कर रावण के आतंकवाद को खत्म किया था। हिन्दुओं का पूरा इतिहास विजय व बहादुरी का रहा है।बप्पा रावल, महाराणा प्रताप, महारानी पद्मावती, भरतपुर के वीर जाट राजा, राजस्थान के वीर सपूतों की तलवार चलती रही, जो कभी रुकी नहीं। देश में आजादी के बाद भी सेना के जवानों ने वीरता दिखाई थी। देश में शक्ति की पूजा हथियार के दम पर होती है, ऐसे वीर सपूतों को विजयादशमी पर शस्त्र पूजन ही सच्ची श्रद्धांजलि है।