delhi. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात में हजीरा स्थित लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) के बख्तरबंद प्रणाली परिसर से 51वीं के9 वज्र-टी गन को रवाना किया। इस अवसर पर एकत्र जनसमूह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने रक्षा निर्माण में निजी क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। उन्होंने भारत को हथियार निर्माण का केन्द्र और वास्तविक रक्षा निर्यातक बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। हालांकि, श्री राजनाथ सिंह ने रक्षा उत्पादन में निजी उद्योग की बढ़ती भागीदारी को स्वीकार किया, उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत को एक वैश्विक रक्षा निर्यात केन्द्र बनाने के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘हमारी सरकार नये विचारों का स्वागत करती है और रक्षा क्षेत्र में ऊर्जा, उद्यमिता की भावना तथा निजी उद्योग के उद्यम का इस्तेमाल करने के लिए दृढ़ संकल्प है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार किसी भी प्रकार की अड़चनों को समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी और स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए मिलकर कार्य करेगी।’
राजनाथ सिंह ने मेक इन इंडिया पहल के अंतर्गत सरकार द्वारा शुरू किये गए विभिन्न व्यापक सुधारों की जानकारी दी, ताकि 2025 तक 26 बिलियन अमेरिकी डॉलर के रक्षा उद्योग के लक्ष्य को हासिल किया जा सके और 2 से 3 मिलियन लोगों को रोजगार प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसा इको-सिस्टम बनाना चाहते हैं, जो सार्वजनिक और निजी क्षेत्र दोनों को मिलकर कार्य करने का मंच प्रदान करे और उनकी ताकत तथा अनुभव के जरिए राष्ट्र निर्माण में योगदान लिया जा सके।