धौलपुर। चुनाव होने से पहले ही लोकतंत्र की हार हो गयी और इंडियन पीपल्स ग्रीन पार्टी के प्रत्याशी माखन बघेल को धौलपुर कलेक्टरेट के सामने से खुले आम अगुवा किया और समर्थक देखते रह गए। पूरे प्रकरण की जानकारी धौलपुर कलेक्टर तथा एस पी को दे दी गयी किन्तु लोकतान्त्रिक गरिमा और अधिकार की धज्जियां मुख्यमंत्री के गृह जिले में धूल की तरह उड़ गयी। पार्टी के धौलपुर पहुंचे प्रतिनिधि प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित मुकेश शर्मा ने जानकारी दी की पहले परसों पर्चा दाखिल करने का था किन्तु मुलाक़ात के नाम पर जिला कलेक्टर ने दो घंटे अपने कमरे में बैठा कर समझाने की कोशिश की कि चुनाव लड़ने के लिए पैसा, जन बल और बाहु बल की जरुरत होती है और ये भले लोगो का काम नहीं है। इसकी शिकायत जयपुर कार्यालय पर आयी तो पार्टी की और से एक प्रतिनिधि भेज गया। पार्टी के प्रतिनिधि शर्मा ने बताया की सुबह प्रत्याशी माखन बघेल  अपने करीब बीस समर्थकों के साथ जब स्थानीय चुनाव अधिकारी के यहाँ पहुंचे तो गेट पर बीजेपी नेता तीन जीपों में करीब तीन दर्ज़न साथियों के साथ पहुंचे और एक जरुरी बात करनी है कहकर धकेल कर एक तरफ लिया और फिर गाड़ी में डाल कर ले गए. माखन के समर्थक रिश्तेदार और पार्टी कार्यकर्त्ता उसे बचाने और छुड़ाने दौड़े किन्तु लोगों ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया और जाम कर दिया। पार्टी पदाधिकारी मुकेश शर्मा ने भाजपा के एक मंत्री पर ग्रीन पार्टी प्रत्याशी बघेल के अगवा करने का आरोप लगाया है। हालांकि भाजपा ने आरोपों का खंडन किया है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तुरंत मीडिया, पुलिस, प्रशासन को सूचित किया किन्तु तीन बजे तक माखन बघेल का कोई अता पता नहीं लग सका है। पार्टी ने सरकार और सत्तारूढ़ दल द्वारा लोकतंत्र की हत्या किये जाने की पार्टी की एक्शन कमेटी ने निंदा की है तथा एक प्रेस कांफ्रेस के जरिये पार्टी अध्यक्ष डॉ सुधांशु ने घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा की पार्टी ने इस प्रकरण को चुनाव आयोग तथा उच्च न्यायालय में ले जाने का निर्णय लिया है।

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