नई दिल्ली। राज्य सभा में सदस्यों की गैर हाजिर होने की सूरत में केन्द्र सरकार की किरकिरी पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के तेवर तीखे ही देखने को मिले।
अध्यक्ष अमित शाह ने सांसदों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र के लिए यह अच्छा नहीं है। सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहना चाहिए था। सभी सांसदों को तीन लाइन की व्हिप का पालना करना ही चाहिए। सदन के शुरू होने से लेकर समाप्त होने तक सदन में रहना चाहिए। जो सांसद सोमवार को राज्यसभा में वोटिंग के दौरान उपस्थित नहीं थे। उन्हें अब अलग से बुलाया जाएगा।
इधर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर करारा हमला बोला और अमित शाह के बयान के जरिए ही भाजपा नेताओ को घेरा। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने सही कहा है। सारी जिम्मेदारी वित्त मंत्री अरुण जेटली और मुख्तार अब्बास नकवी की है। जो सदन से गैर हाजिर रहे उनकी सदस्यता रद्द की जानी चाहिए। बता दें सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के लिए 123वां संविधान संशोधन विधेयक पेश हुआ था। इस विधेयक पर वोटिंग के दौरान सरकार हार गई तो विपक्ष को बड़ी सफलता हाथ लगी।