नई दिल्ली। बिहार के सीएम पद से अचानक इस्तीफा देकर सीएम नीतीश कुमार ने भले ही देश की राजनीति में एक हलचल सी मचा दी हो। लेकिन उनके इस कदम को लेकर अब बड़े पैमाने पर तीखी प्रतिक्रियाओं के दौर से गुजरना पड़ रहा है।

विपक्ष तो इस मामले में अब नीतीश को किसी भी सूरत में बख्शने के मूड में नजर नहीं आ रहा है। हालांकि इस्तीफे के बाद भाजपा ने जदयू को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। जिससे इन बातों को बल मिला कि यह सब एक सोची समझी रणनीति के तहत उठाया गया कदम ही था।

इस बीच कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीटर पर ट्वीट किया कि नीतीश जी का यह कदम एक बेहद निराशजनक है। क्या महागठबंधन करने से पहले लालू के परिवार के बारे में उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी? उन्होंने लिखा कि नीतीश जी बिहार की जनता ने तो भाजपा और भाजपा/मोदी के विरोध में महागठबंधन को चुना है। अब नैतिकता तो यह कहती है कि आप पुन: बिहार की जनता से जनादेश लें।

-कोर्ट और कमीशन के आदेशों का उल्लंघन
दिग्विजय सिंह ने लिखा कि बिहार में एक बार फिर राज्यपाल ने सरकारी कमीशन और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन किया है। विधानसभा में एक मात्र बड़ी पार्टी को मौका नहीं दिया गया। भाजपा का प्रजातंत्र में विश्वास न तो पहले था न ही अब है। धिक्कार है इस कृत्य के लिए।

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