CII-IGBC Green Building Congress 2017
जयपुर। तीन दिवसीय सीआईआई-आईजीबीसी ग्रीन बिल्डिंग कांग्रेस 2017 के दूसरे दिन स्पिरिट आॅफ राजस्थान सैशन में राजस्थान की संस्कृति, परम्परा, विरासत और इसकी जीवंत कहानियों तथा इसके अनूठेपन पर वार्ता की गई। यह सत्र ग्रीन बिल्डिंग पर आधारित सम्मेलन और प्रदर्शनी के तहत किया गया और इसमें करीब दो हजार प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
प्रदर्शनी में सौ से ज्यादा ग्रीन बिल्डिंग उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं और यह सात अक्टूबर तक चलेगी। इस अवसर पर राजस्थान रिवर बेसिन एंड वाटर रिसोर्सेज प्लानिंग अथॉरिटी के माननीय चेयपर्सन सीताराम वेदिरे ने राजस्थान की स्पिरिट के अनूठेपन को बताते हुए कहा कि राज्य में परम्परा और तकनीक का श्रेष्ठ मिश्रण करते हुए और जनसहयोग के साथ सरकार ने जलप्रबंधन की योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया। राजस्थान जल को संरक्षित रखने के परम्परागत तरीके को जियो टैंिगंग, मोबाइल एप्लीकेशन और जियो सिंक्रोनाइजेशन जैसी आधुनिक तकनीकों के साथ फिर से रिवाइव किया गया है। इसी का परिणाम है कि 3700 गांवों में एक लाख जल संरक्षण संरचनाओं का निर्माण हो सका। ये गांव आज जल के मामले में आत्मनिर्भर हो गए है। उन्होने कहा कि यह राजस्थान के जनभागीदारी और मास मूवमेंट एप्रोच का स्पष्ट उदाहरण है। लेखक, इतिहासविद और वास्तुविद रीमा हूजा ने स्पिरिट आॅफ राजस्थान के बारे में अपने विचार रखते हुए कहा कि सहयोग और संसाधनों को आपस में सांझा करते हुए अधिकतम उपयोग करना राजस्थान की पहचान है। उन्होंने आगे कहा कि वीरता, त्याग की भावना, कर्तव्य निष्ठा और समाज के लिए न्याय की भावना इस राज्य को विशेश बनाती है। पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत के माध्यम से राजस्थान यहां आने वालों को दिल से स्वागत करता है। बीवीके ग्रुप आॅफ कम्पनीज के चेयरमैन, दृष्टि फाउंडेशन के ट्रस्टी चेयरपर्सन और सीआईआई राजस्थान काउंसिल के चेयरमैन,  बसंत खेतान ने कहा कि राजस्थान के लोगों में व्यापार की गहरी समझ है और यह यहां की अनूठी विशेषता है। राजस्थान का व्यापारिक समुदाय नई वित्तीय व्यवस्था के विकास में सबसे आगे है और समाज के लिए भी बहुत कुछ कर रहा है। अपनी व्यापारिक समझ के साथ ही यह समुदाय समाज से अपने जुड़ाव और समाज सेवा के लिए भी जाना जाता है। पर्यटन और संस्कृति विशेषज्ञ, लेखक और फोटोग्राफर, तृप्ति पाण्डे ने  अतिथि देवो भव की भावना पर जोर देते हुए कहा कि यह राजस्थान की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है। संगीत, भोजन और रंगों का उत्सव राजस्थान की संस्कृति का अहम हिस्सा है। आईजीबीसी जयपुर चैप्टर के चेयरमैन और जे. मोहनको के मैनेजिंग डायरेक्टर, जैमिनी ओबेरॉय तथा जीबी कांग्रेस कान्फ्रेंस 2017 के चेयरमैन और बीसीआईएल के चेयरमैन डॉ. चंद्रशेखर हरिहरन ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।

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