The main attraction of 'village'
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 कोटा। मौसम की अनियमितताओं एवं अक्सर पड़ने वाले सूखे के चलते किसानों को अपनी फसलों में विविधता लानी होगी, यह ना सिर्फ आजीविका के लिए आवष्यक है, बल्कि इससे किसान समृद्धि भी होंगे। कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में इनोवेटिव एवं आधुनिक तकनीकें अपनाकर ऐसा किया जा सकता है। राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी ने आज यह बात कही। वे कोटा में कल से आरम्भ होने वाले ‘ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट‘ (ग्राम) से पूर्व आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संबोधित कर रहे थे। यह कृषि आयोजन कोटा में 24 से 26 मई तक आयोजित किया जा रहा है। राजस्थान सरकार और फैडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से इसका आयोजन किया जा रहा है। कोटा के आरएसी ग्राउंड में कल प्रातः 10 बजे उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाएगा। केंद्रीय शहरी विकास, आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्री एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्री, एम. वेंकैया नायडू उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। राजस्थान की मुख्यमंत्री, वसुंधरा राजे इस समारोह की अध्यक्षता करेंगी। तीन दिन के इस आयोजन में लगभग 30,000 किसान भाग लेंगे और इसमें सेमीनार, काॅन्फ्रेंस, जाजम बैठकें, एग्जीबिषन एवं ‘स्मार्ट फाॅर्म‘ होंगे।
कृषि मंत्री ने आगे कहा कि ‘ग्राम‘ किसानों को कृषि क्षेत्र की नवीन तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त करने तथा प्रोसेसिंग, ग्रेडिंग एवं वैक्सिंग के जरिए फसलों के वैल्यू एडिषन के बारे में जानने का उपयुक्त मंच साबित होगा। जाजम बैठकों में किसानों को उनके प्रष्नों का बेहद स्पष्ट जवाब दिया जाएगा। काॅन्फ्रेंसों, प्रदर्षनी एवं सेमीनारों के माध्यम से किसान कृषि के नवीनतम रूझान एवं तकनीकें भी जान सकेंगे।
इसके अतिरिक्त, कृषि मंत्री ने आगे बताया कि यह कार्यक्रम कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र में निवेश से संबंधित चर्चाओं का मंच भी होगा। कोटा सम्भाग में कृषि, उद्यानिकी एवं पशुपालन में निवेश की काफी संभावनाएं हैं। 25 मई को हाड़ौती क्षेत्र की विभिन्न परियोजनाओं से सम्बंधित 1,000 करोड़ रुपए के 20 एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इन परियोजनाओं में से 9 परियोजनाएं प्रोसेसिंग, 6 परियोजनाएं मंडियों, 4 कोल्ड स्टोरेज और एक परियोजना वेयरहाउस के लिए होगी। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि ‘ग्राम 2016‘ के दौरान हस्ताक्षर किये गये 38 एमओयू में से 25 परियोजनाएं क्रियान्वयन की प्रक्रिया में हैं।

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