नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी ने आज स्वामी विवेकानन्द के शिकागो में दिए गए भाषण की 125वीं वर्ष गांठ पर युवाओं को सम्बोधित किया। इस भाषण में उन्होेंने युवाओं को बताया कि स्वामीजी के आदर्शों को जीवन में आतर कर सफलता पाई जा सकती है। उन्होंने कहा स्वामीजी ने 125 वर्ष पूर्व अमेरिका के शिकागो में भारतीय संस्कृति का परचम लहराया और दुनियां को बताया था कि भारत विश्वगुरु क्यों है। यहां के ज्ञान और साहित्य के बारे में पूरे विश्व को अवगत कराया था। इस भाषण के लिए दिल्ली के विज्ञान भवन में छात्र मौजूद रहे, साथ उनका ये भाषण टेक्निकल कॉलेजों में लाइव भी देखा गया। अपने संबोधन के दौरान पीएम ने विवेकानंद की ओर से उठाए गए गंभीर कदमों को जिक्र किया साथ ही उनके विचारों का महत्व भी दिया। पीएम मोदी ने कहा कि वे विवेकानंद वे महारापुरुष थे, जिन्होंने सवा सौ साल पहले दुनिया को एक नया रास्ता दिखाया। स्वामी विवेकानंद वे शख्सियत थे, जिन्होंने शिकागो में दिए अपने ऐतिहासिक भाषण से दुनिया को एक नया नजरिया दिया था।
इस मौके पर एक बार फिर पीएम मोदी ने युवाओं को स्किल डेवलपमेंट से लेकर साफ-सफाई का संदेश भी दिया। पीएम ने युवाओं को जागरूक करने की कोशिश की और कहा कि देश का युवा ऐसा सक्षम बने की वो नौकरी मांगने वाला नहीं बल्कि देने वाला बनें। विज्ञान भवन में वंदे मातरम् का नारा गूंजा जिसपर पीएम मोदी ने सवाल उठा दिया कि किन लोगों को इसे पुकारने का हक नहीं है। दरअसल, पीएम मोदी ने गंदगी फैलाने वालों को आड़े हाथ लिया और उन्हें हिदायत दी कि उन्हें वंदे मातरम् कहने का कोई हक नहीं है। पीएम ने कहा कि पान की पिचकारी के बाद वंदे मातरम् कहने का कोई हक नहीं है। गंदगी फैलाने के लिए पीएम ने छात्र राजनीति करने वालों को भी जिम्मेदार ठहराया। पीएम के मुताबिक कहीं भी छात्र राजनीति करने वाले सफाई की बात नहीं करते। जब चुनाव हो जाते हैं तो अगले दिन कैंपस की हालत सब जानते हैं और फिर भी वंदे मातरम का नारा जोरों से लगाया जाता है।लड़कियों के प्रति आदर भाव ने न देखने पर पीएम ने चिंता जताई और कहा कि जो लोग महिलाओं को बराबरी की भाव से नहीं देखते हैं, तो उन्हें स्वामी विवेकानंद के विचारों पर तालियां बजाने का कोई हक नहीं। स्वामी विवेकानंद के विचारों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने सफलता का ज्ञान युवाओं को दिया। पीएम ने कहा कि किनारे पर खड़े होने वाला कभी कामयाब नहीं होता, जो नदी में छलांग लगाता है, वहीं कामयाबी को छू पाता है। पीएम ने कहा कि विवेकानंद स्वच्छता पर भी जोर दिया करते थे और लोगों को सफाई के लिए प्रेरित किया करते थे, इसलिए सफाई करने वाला भारत माता की सच्ची संतान है। देश की संस्कृति पर पीएम ने कहा कि क्या खाना है और क्या नहीं खाना ये हमारी परंपरा नहीं है। इससे पहले पीएम ने ट्विटर पर लिखा कि उनके इस कार्यक्रम का टाइटल यंग इंडिया, न्यू इंडिया रखा गया है।