swine flu - Kalicharan Saraf

जयपुर। स्वाईन फ्लू से बचाव एवं रोकथाम के लिए स्वाईन फ्लू पॉजिटिव पाये जाने की रिपोर्ट आते ही तत्काल संबंधित व्यक्ति को सूचित कर स्क्रीनिंग कार्य प्रारम्भ करने की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। स्वाईन फ्लू के लक्षण पाये जाने पर तत्काल जांच करने की अपील की गई है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ की अध्यक्षता में गुरूवार अपरान्ह विधानसभा स्थित कार्यालय में मौसमी बीमारियों के नियंत्रण के लिए गठित राज्य स्तरीय समिति की बैठक मे यह जानकारी दी गई। बैठक मे बताया गया कि प्रभावित क्षेत्रों में रेपिड एक्शन टीमें भेजकर स्क्रीनिंग करवायी जा रही है एवं स्वाईन फ्लू के लक्षण पाये जाने पर जांच के साथ ही रोकथाम व उपचार के लिये दवाईयां उपलब्ध करवायी जा रही है। उन्होंने कहा कि स्वाईन फ्लू से घबराने की नहीं बल्कि तत्काल जांच व उपचार कराने की जरूरत हैं।

सराफ ने बताया कि प्रदेश में स्वाईन फ्लू की जांच के लिए लॉजिस्टिक्स एवं दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। स्वाईन फ्लू की जांच के लिए सभी जिला अस्पतालों में नमूने एकत्रित करने की पर्याप्त व्यवस्था हैं। एकत्रित नमूनों को जांच के लिए मेडिकल कॉलेजों मे भिजवाकर तत्काल जांच रिपोर्ट ली जा रही हैं एवं पॉजिटिव पाये जाने पर यथाशीघ्र उपचार प्रारम्भ करने की कार्यवाही की जा रही हैं। प्रदेश के साताें राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों के साथ ही डीएमआरसी जोधपुर एवं 4 निजी लैब मे स्वाईन फ्लू जांच की सुविधा उपलब्ध है। सेम्पल जांच कर 7 घंटे मे रिपोर्ट उपलब्ध करायी जा रही हैं।

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि स्वाईन फ्लू के उपचार के लिये जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक 3 हजार 33 अस्पतालों मे स्क्रीनिंग सेंटर कार्यरत है। स्वाईन फ्लू के रोगियों के लिए अलग से 1 हजार 580 आईसोलेशन बेड्स, 214 आईसीयू बेड्स एवं 198 वेंटीलेटर उपलब्ध है। प्रभावित क्षेत्रों मे एएनएम एवं आशा कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करवाने के साथ ही स्वाईन फ्लू के बारे में जनचेतना जागृत करने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए है।
सराफ ने मौसमी बीमारियों की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की एवं डेंगू के प्रति विशेष गंभीरता बरतने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि मच्छरों की रोकथाम के सभी आवश्यक कार्यवाही की जाये। एन्टीलार्वा गतिविधियों की विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिये।
चिकित्सा मंत्री ने ओपीडी समय पर चिकित्सकों की ओपीडी में मौजूदगी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि एसएमएस अस्पताल सहित प्रदेश के सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानों मे ओपीडी समय पर मरीजो की जांच व उपचार की पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता ने बताया कि इस वर्ष के प्रथम सप्ताह मे कुल 195 सैम्पल पॉजिटिव पाये गये। दूसरी सप्ताह मे 160, तीसरे सप्ताह मे 136, चौथे सप्ताह में 145, पांचवें सप्ताह में 122, छठे सप्ताह मे 113 एवं सातवें सप्ताह में 108 सैम्पल पॉजिटिव पाये गये हैं। इसी प्रकार प्रतिदिन पॉजिटिव पाये गये मामलों मे भी निरन्तर कमी आ रही हैं।

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