– खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियाचास ने ब्यूरोक्रेसी के हावी होने को लेकर सीएम गहलोत को चिट्ठी लिखकर जताई नाराजगी
जयपुर. खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियाचास ने ब्यूरोक्रेसी के हावी होने को लेकर खुलकर नाराजगी जताई है। खाचरियावास ने सीएम के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका और खाद्य विभाग से ट्रांसफर किए गए सचिव को निशाने पर लेते हुए कार्रवाई की मांग उठाई है। खाचरियावास ने सीएम गहलोत को चिट्ठी लिखकर नाराजगी जताई है। उधर कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने खाचरियावास की बात का समर्थन करते हुए ब्यूरोक्रेसी को निशाने पर लिया है। प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा हमारा 46 हजार टन गेहूं लैप्स हो गया। यह महीने भर पहले की बात है। मैंने बैठक बुलाकर अफसरों को डांटा। मैंने सख्त आदेश दिए। जिस तरह आईएएस अफसर काम कर रहे हैं। वह सही नहीं है। जिन अफसरों ने जनता का गेहूं लैप्स करवा दिया। ऐसे अफसर के खिलाफ कार्रवाई के लिए मैंने सीएम को लिखा है। मैंने सीएम के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका को फोन किया। सीएम के प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी नहीं है क्या? यह सवाल बीजेपी कांग्रेस का नहीं है। मैंने सीएम को पत्र लिखा है कि आईएएस अफसरों की एसीआर (एनुअल कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट) आप मत लीखिए। एसीआर हमें लिखने दीजिए। अलग अलग विभागों में अलग-अलग मंत्री हैं। दूसरे राज्यों में आईएएस अफसरों की एसीआर मंत्री भरते हैं। आप जब मंत्रियों को एसीआर भरने का अधिकार देंगे तब आईएएस अफसर सुधरेगा। नहीं तो वो बात नहीं मानेगा। खाचरियावास ने कहा अफसर की गलती से राशन की दुकानों पर सिर फूट गए। मैं तो वह आदमी हूं, जो सड़क पर लड़ता है। मेरा डिपार्टमेंट ऑनलाइन है। करप्शन नहीं हो सकता। जो भी आईएएस इस विभाग में आता है। वह यही सोचता है कि यहां क्या करेंगे? बाद में ये अफसर दूसरी जगह मनचाहे डिपार्टमेंट में चले जाते हैं। मैं बहुत नाराज हूं। सरकार के बार-बार आदेश जाने के बावजूद कई बार गड़बड़ हुई। जिस अफसर ने गड़बड़ी की। उसे अक्षय उर्जा निगम में प्राइम पोस्टिंग पर भेज दिया। उस जिम्मेदार अफसर पर कार्रवाई करने की जगह उसे अच्छे डिपार्टमेंट में भेज दिया। मैंने सीएम से चिट्ठी लिखकर ऐसे अफसर आशुतोष पैडणेकर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है। कल मैंने सीएस को भी फोन किया। जनता एमएलए मंत्री जितवाकर भेजती है, उसे देवदूत बनाकर भेजती है, अफसर अगर उस मंत्री की बात नहीं मानेंगे,मंत्री कमजोरी की बात कहता हुआ अच्छा नहीं लगता। कोई अफसर रूल्स ऑफ बिजनस को नहीं माने तो मंत्री क्या करेगा? यह तो मैं हूं और लड़ाका हूं और मेरी आदत गलत के खिलाफ संघर्ष करने की है। और कोई मंत्री होता तो यह बात बाहर ही नहीं आती। जनता का गेहूं लैप्स करवाने वाले अफसर की वजह से कितना नुकसान हो गया। मैंने इसीलिए सीएम से कार्रवाई को कहा है।
कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने खाचरियावास का समर्थन करते हुए प्रदेश में नौकरशाही हावी होने पर सवाल उठाते हुए सीएम को चिट्ठी लिखने की बात कही है। दिव्या ने जोधपुर कलेक्टर पर भी सवाल उठाए हैं। दिव्या मदेरणा ने सोशल मीडिया पर लिखा प्रतापसिंह खाचरियावास राजस्थान सरकार के वह कबिना मंत्री है जो हमेशा गरीब की आवाज उठाते हैं। आज उन्होंने गरीब के साथ होते शोषण और राजस्थान के अंदर नौकरशाही किस कदर हावी है इसका पटाक्षेप किया। लेकिन उससे भी ज्यादा उन्होंने पावर के विकेंद्रीकरण की जो बात कही वह काबिले तारीफ है। जोधपुर कलेक्टर की विफलता के संबंध में और गरीब लोगों के कदाचार और लूट में शामिल भ्रष्ट अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करने के संबंध में भी प्रतापसिंह खाचरियावास की तर्ज पर अब सीएम को पत्र लिखूंगी कि सख़्त कार्रवाई हो और तुरंत हो। हम करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस के वादे पर सरकार में आए थे।
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