नयी दिल्ली : एक नये अध्ययन के मुताबिक हम महज सांस लेकर दूसरों को अपने फ्लू से संक्रमित कर सकते हैं। यह आम धारणा के उलट है कि संक्रमित व्यक्ति की खांसी या छींकों के संपर्क में आने पर ही लोग इंफ्लूएंजा विषाणु का शिकार बनते हैं। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के प्रोफेसर डोनाल्ड मिल्टन ने कहा, ‘‘हमें पता चला कि फ्लू के मामलों में पीड़ित व्यक्ति के खांसी या छींक के बिना महज सांस लेने से ही संक्रामक विषाणु हवा में फैला सकता है।’’
मुख्य अध्ययनकर्ता ने कहा, ‘‘फ्लू से ग्रस्त लोग बीमारी के शुरूआती दिनों में भले ही खांस ना रहे हों लेकिन संक्रामक एयरोसोल (लंबे समय तक हवा में बने रहने वाली बूंदें) पैदा करते हैं। इसलिए इंफ्लूएंजा से ग्रस्त व्यक्ति को घर में ही रहना चाहिए, कार्यस्थल पर नहीं जाना चाहिए क्योंकि उससे दूसरों में संक्रमण फैल सकता है।’’ यह अध्ययन ‘प्रोसिडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज’ में प्रकाशित हुई है।