अनंतनाग. जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सोमवार को हुई मुठभेड़ में सेना के दो जवान घायल हुए हैं। इसके साथ ही एक आर्मी डॉग भी जख्मी हुआ है। इंडियन आर्मी के चिनार कॉर्प्स ने यह जानकारी दी है। घायल हुए सेना के असॉल्ट डॉग का नाम जूम है। वह गोली के बाद भी आतंकियों से लड़ता रहा, इसके चलते सुरक्षाबलों ने आतंकियों का मार गिराया। 10 अक्टूबर को सर्च ऑपरेशन चलाया। जूम भी इसका हिस्सा था। इस दौरान सेना के जवानों ने जूम को एक घर में भेजा, जहां आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। जूम ने आतंकियों की पहचान की और उन पर हमला कर दिया। इस दौरान उसे दो गोलियां लगीं। जख्मी होने के बावजूद वह आतंकियों से लड़ता रहा, जिसके चलते जवानों ने आतंकियों का मौत के घाट उतार दिया। जूम को वेटरनरी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। उसका इलाज जारी है। अधिकारियों ने बताया कि डॉग को आतंकवादियों का पता लगाने, उस पर हमला करने और उसे मारने की ट्रेनिंग दी गई है। इससे पहले भी वह कई ऑपरेशन को अंजाम दे चुका है। उसने कई आतंकियों की तलाश करने में मदद की है। चिनार कॉर्प्स ने जूम के जल्द ठीक होने की कामना की है। चिनार कॉर्प्स की ओर से शेयर किए गए वीडियो में जूम को दी गई ट्रेनिंग के बारे में दिखाया गया है। आर्मी का हिस्सा होने के कारण डॉग की अलग-अलग ड्यूटी होती है। इसमें गार्ड ड्यूटी, पेट्रोलिंग, विस्फोटकों को सूंघना, ड्रग्स की पहचान करना आदि शामिल है। 31 जुलाई को बारामुला के वानीगाम में जब भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों ने एक मकान में छिपे आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया, तो इसमें डॉग स्क्वॉड को भी शामिल किया गया। डॉग एक्सेल की पीठ पर एक कैमरा लगाया गया, ताकि उसके द्वारा की जाने वाली रूम इंटरवेंशन के दौरान आतंकवादियों की सही जानकारी सेना तक पहुंच सके, जैसे ही एक्सेल मुठभेड़ स्थल पर मकान में दाखिल हुआ आतंकियों ने उस पर फायरिंग कर दी। तीन गोलियां लगने से वह शहीद हो गया।

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