नई दिल्ली। नये अध्ययन में यह बात सामने आयी है कि कुत्ते इंसान के मुस्कुराते चेहरों के प्रति आकर्षित होते हैं। ऐसा दरअसल ऑक्सीटोसिन हार्मोन की वजह से होता है जो स्नेह और विश्वास से संबंधित है। फिनलैंड की यूनिविर्सिटी ऑफ हेलसिन्की के सन्नी सोमप्पी का कहना है, ऐसा लगता है कि कुत्ते जो देखते हैं और देखी हुई चीजों पर वह कैसा अनुभव करते हैं, दोनों बातों को ऑक्सीटोसिन प्रभावित करता है।
यह अध्ययन फ्रंटियर इन साइकोलॉजी जरनल में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन के दौरान 43 कुत्तों को मुस्कुराते और गुस्से वाले चेहरे कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाए गए। हर कुत्ते का दो बार परीक्षण किया गया। एक ऑक्सीटोसिन के प्रभाव में और दूसरी बार बिना ऑक्सीटोसिन के प्रभाव में। कुत्तों ने तस्वीरों को टकटकी लगाकर देखा और उनकी आखों की पुतलियों के आकार को ‘आई ट्रैकिंग’ उपकरण से मापा गया। तस्वीरों को ध्यान से देखने के दौरान उनकी भावनाओं और आंखों की पुतली में फर्क आया जिससे आई ट्रैकिंग उपकरण कुत्तों के दिमाग में चली गतिविधियों को आंक सका।
संकट को तेजी से पहचाना और पता लगाना जीने के लिए अहम है। कुत्तों ने ऑक्सीटोसिन के प्रभाव में गुस्से वाले चेहरों के बजाय मुस्कुराते चेहरों पर अधिक ध्यान दिया। इसके अलावा ऑक्सीटोसिन ने कुत्तों की भावनाओं की स्थिति को भी प्रभावित किया जो पुतलियों के आकार से स्पष्ट था।