-देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी द्रौपदी मुर्मू
नई दिल्ली. एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू देश की 15 वीं राष्ट्रपति होंगी। वे इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। गुरुवार को सुबह 11 बजे शुरू हुई काउंटिंग में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (यूपीए) के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को तीसरे राउंड की गिनती में ही हरा दिया। मुर्मू को जीत के लिए जरूरी 5 लाख 43 हजार 261 वोट तीसरे राउंड में ही मिल गए। थर्ड राउंड में ही मुर्मू को 5 लाख 77 हजार 777 वोट मिले। वहीं यशवंत सिन्हा 2 लाख 61 हजार 62 वोट ही जुटा सके। इसमें राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों समेत 20 राज्यों के वोट शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जेपी नड्डा मुर्मू से मिलने उनके घर पहुंचे। इधर, यशवंत सिन्हा ने भी हार मान ली है। उन्होंने मुर्मू को बधाई देते हुए कहा द्रौपदी मुर्मू को उनकी जीत पर बधाई देता हूं। देश को उम्मीद है कि गणतंत्र के 15वें राष्ट्रपति के रूप में वे बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करेंगी। मुर्मू को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा- राष्ट्रपति चुनाव में प्रभावी जीत दर्ज करने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई। वे गांव, गरीब, वंचितों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियों में भी लोक कल्याण के लिए सक्रिय रहीं हैं। आज वे उनके बीच से निकल कर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचीं। यह भारतीय लोकतंत्र की ताकत है।
राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल पीसी मोदी के मुताबिक, दोपहर 2 बजे सांसदों के वोटो की गिनती पूरी हुई। इसमें द्रौपदी मुर्मू को 540 वोट मिले। इनकी कुल वैल्यू 3 लाख 78 हजार है। यशवंत सिन्हा को 208 सांसदों के वोट मिले। जिनकी वोट वैल्यू 1 लाख 45 हजार 600 है। सांसदों के कुल 15 वोट रद्द हो गए। सूत्रों के मुताबिक, 17 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है। पहले 10 राज्यों की गिनती में भी मुर्मू और सिन्हा के बीच आंकड़ों का लंबा अंतर दिख रहा है। इन राज्यों में कुल 1138 वैलिड वोट थे, जिनकी वैल्यू 1 लाख 49 हजार 575 है। इनमें मुर्मू को 809 वोट मिले। इनकी वैल्यू 1 लाख 5 हजार 299 है। वहीं यशवंत सिन्हा को 329 वोट मिलें, जिनकी कुल वैल्यू 44 हजार 276 है। इन 10 राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और झारखंड के अलावा आंध्र प्रदेश के वोट शामिल हैं। इनमें 7 राज्यों में भाजपा और गठबंधन की सरकारें हैं। वहीं झारखंड और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की सरकार है। थर्ड राउंड के 10 राज्यों की गिनती में भी मुर्मू और सिन्हा के बीच आंकड़ों का लंबा अंतर रहा। इन राज्यों में कुल 1,333 वैलिड वोट थे, जिनकी वैल्यू 1 लाख 65 हजार 664 है। इनमें मुर्मू को 812 और यशवंत सिन्हा को 521 वोट मिले। इन 10 राज्यों में कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, ओड़िशा और पंजाब के वोट शामिल हैं।
एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत के बाद उनके ओडिशा स्थित पैतृक गांव और देश के बाकी हिस्सों में जश्न का माहौल है। लोग ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के जरिए मुर्मू की जीत की खुशियां मना रहे हैं। ओडिशा के मयुरभंज जिले में रायरंगपुर कस्बे के मुर्मू के गांव और ससुराल में उनके चाहने वाले लड्डू बांटकर एक-दूसरे के साथ सेलिब्रेट कर रहे हैं।
– 25 को शपथ ग्रहण, भाजपा कार्यालय में जश्न
वोटों की गिनती खत्म होने के बाद देश के नए राष्ट्रपति की घोषणा कर दी जाएगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा। मुर्मू की जीत को लेकर आश्वस्त भाजपा नतीजे आने के बाद दिल्ली में विजय जुलूस निकालेगी। ऐसा पहली बार होगा, जब राष्ट्रपति की जीत के बाद जुलूस निकाला जाएगा।
-मुर्मू की जीत से राजनीतिक मैसेज देने की तैयारी
द्रौपदी मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही देशभर में जश्न शुरू हो गया। मुर्मू की जीत से बीजेपी आदिवासी समुदाय सहित पूरे देश और खासतौर पर महिलाओं को खास संदेश देना चाहती है, ताकि मुख्य धारा से कटे इस समुदाय में राजनीतिक मैसेज जाए कि बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए नहीं बल्कि देश के वंचित तबकों और वर्गों के लिए काम करती है। यही वजह है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत के बाद पोस्टर में द्रौपदी मुर्मू के साथ किसी और नेता की तस्वीर न लगाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी राष्ट्रपति चुनाव से ही 2024 में होने वाले आम चुनाव की तैयारी में जुट गई है। भाजपा ने 21 जून को मुर्मू को उम्मीदवार बनाया था, तब एनडीए के खाते में 5 लाख 63 हजार 825, यानी 52% वोट थे। 24 विपक्षी दलों के साथ होने पर सिन्हा के साथ 4 लाख 80 हजार 748 यानी 44% वोट माने जा रहे थे। बीते 27 दिन में कई गैर एनडीए दलों के समर्थन में आने से मुर्मू को निर्णायक बढ़त मिल गई।
- कर्मचारी संघ
- खबरों की खबर
- खाना खजाना
- चुनाव आयोग
- जनप्रहरी एक्सप्रेस
- जनप्रहरी लेटेस्ट
- राज्य
- जयपुर
- देश/विदेश
- पॉलिटिकल
- पीएमओ इंडिया
- भाजपा