जयपुर। एक शातिर ठग को जयपुर पुलिस ने धरा है। यह ठग बेरोजगारों को डीलरशिप का झांसा देकर ना केवल उनसे लाखों रुपए ठग रहा था, साथ ही इनकी राशि से विधायक बनने के सपने भी देख रहा था। ठगी के साथ शातिर ठग सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में काफी एक्टिव था। हालांकि शिकायत के बाद पुलिस ने उसे धर लिया और अब माननीय बनने के सपने धरे रह गए हैं। यह शातिर ठग है जितेंद्र सिंह, जो कोटपूतली से विधायक का चुनाव लड़ना चाहता था। भविष्य में चुनाव लड़ने के लिए वह कई राज्यों के बेरोजगारों से करोड़ों रुपए ठग चुका था। यह शातिर युवाओं को डीलरशिप और डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने का झांसा देता था।
पुलिस इनके दूसरे साथियों की तलाश में जुटी है। इसके लिए दो पुलिस टीमें मुंबई और इंदौर भेजी गई हैं। जितेंद्र और इसका साथी 19 जून तक पुलिस रिमांड पर हैं।
पुलिस के अनुसार जितेंद्र बहुत महत्वाकांक्षी है। राजनीति में आने के लिए वह रुपए जुटाने के साथ ही कई सामाजिक कार्य भी करता था, जिससे जनता के बीच उसकी अच्छी छवि बनी रहे। वह कोटपूतली को जिला बनाने की मांग को लेकर धरना देने और रक्तदान शिविर लगाने जैसे काम किया करता था। जितेंद्र और मुकेश कुमार ने अखबारों में लुभावने विज्ञापन देकर कई युवाओं से धोखाधड़ी की थी। केवल शिप्रापथ थाने में इनके खिलाफ दर्ज तीन मामलों में तीस युवाओं ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। इससे पहले इन्होंने मुबंई में फर्जी कंपनी खोलकर एक लाख रुपए प्रति महीने कमाने का लालच दिया था। लोगों को झांसा देने के लिए यह शातिर बकायदा एग्रीमेंट करते थे।
बैंकों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अकाउंट खोलकर रुपए जमा करवाते थे। रुपए जमा होने के दूसरे या तीसरे दिन अकाउंट से रुपए निकाल लेते थे। राजस्थान और इसके बाहर भी इन बदमाशों ने करोड़ों रुपए खातों में डलवाए हैं। प्रारंभिक जांच के दौरान सामने आया कि आरोपियों ने फरारी के दौरान इंदौर, मुंबई व लखनऊ में भी इस तरह की ठगी की वारदातें की हैं।