जयपुर। प्रदेश में प्रस्तावित तीन नवीन औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं को यथाशीघ्र प्रारम्भ कर औषधियों के लम्बित नमूनों की पेंडेंसी को दूर किया जायेगा। इन तीनों प्रयोगशालाओं के प्रारम्भ होने के बाद औषधि नियंत्रण अधिकारियों के सेम्पलिंग का लक्ष्य बढाकर 10 प्रतिमाह किया जायेगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि इन प्रस्तावित तीनों औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं को आगामी तीन माह में प्रारम्भ सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में कुल 115 औषधि नियंत्रण अधिकारी कार्यरत हैं। इन सभी अधिकारियों को तीनों प्रयोगशालायें प्रारम्भ होने के बाद प्रति माह लिये जाने वाले नमूनों का लक्ष्य बढ़ाकर 10 किया जा रहा है।