जयपुर। दुबई मल्टी कमोडिटीज सेंटर (डीएमसीसी) के चेयरमेन, अहमद बिन सुलेयम ने आज कहा कि जयपुर एवं दुबई के बीच और अधिक सक्रिय व्यापारिक सम्बन्धों की व्यापक संभावना है। वे जयपुर ज्वैलरी शो (जेजेएस) के 15वें संस्करण के मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। ‘दिसम्बर शो‘ के नाम से प्रसिद्ध जेजेएस की आज सीतापुरा स्थित जेईसीसी में शुरूआत हुई। जैम्स एवं ज्वैलरी क्षेत्र से जुड़े लोगों में उत्साह के साथ आज जेजेएस की शुरूआत हुई और इसके पहले ही दिन यहां 7,500 से अधिक विजिटर्स उमड़े। सुलेयम ने जैम्स एवं ज्वैलरी के मार्केट, इसकी चुनौतियों एवं इनसे निपटने के लिए इस व्यवसाय से जुड़े जयपुर के जौहरियों द्वारा अपनाई जा रही रणनीतियों को समझने के लिए भारत के अन्य शहरों के जैम्स एवं ज्वैलरी से जुड़े लोगों के साथ मिलकर कार्य किए जाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि गुलाबी नगर में जैम्स एवं ज्वैलरी की मैन्यूफैक्चरिंग एवं प्रोसेसिंग को समझने के लिए वे फिर से जयपुर आना चाहेंगे और जयपुर-दुबई के व्यापारिक रिश्तों को बेहतर बनाने की दिशा में काम करना चाहेंगे। उन्होंने कुन्दन मीना ज्वैलरी देखकर सुखद आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि इसकी दुबई में भी सभावनाएं हैं।
इस अवसर पर ज्वैलरी एक्सपेार्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) के चेयरमेन, प्रमोद अग्रवाल गेस्ट ऑफ ऑनर थे। उन्होंने कहा कि जैम एवं ज्वैलरी इंडस्ट्री में रंगीन रत्नों, हस्तनिर्मित आभूषणों एवं कुंदन मीना ज्वैलरी को बढ़ावा देने में जेजेएस अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वर्तमान में देश का यह उद्योग 41 बिलियन अमेरिकन डालर का हो गया है और आगामी वर्षों में इसके 71 बिलियन अमेरिकन डालर करने का लक्ष्य रखा गया है। यही नहीं, वर्तमान में इस इंडस्ट्री द्वारा करीब 20 लाख लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। इस अवसर पर अग्रवाल ने जयपुर में जैम टेस्टिंग लेबोरेटरी की स्थापना के लिए काउंसिल द्वारा 5.5 करोड़ रूपए राशि की स्वीकृति कराने के निर्णय की घोषणा की। श्री अग्रवाल ने आगे कहा कि अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ यह देश की सबसे बड़ी जैम्स एवं ज्वैलरी लेबोरेटरी होगी।
इस अवसर पर जेजेएस के चेयरमेन, विमल चंद सुराणा ने कहा कि 2003 में जेजेएस की शुरूआत करने के पश्चात् प्रत्येक वर्ष यह शो और अधिक बेहतर एवं विस्तृत हो रहा है। शो में सर्वाधिक रिपीट एक्जीबिटर्स के साथ 825 बूथ्स होना हमारे लिये गर्व और प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने आशा जताई कि जेजेएस के दौरान एग्जीबिटर्स अच्छा व्यवसाय प्राप्त करने में सफल होंगे। जेजेएस के सचिव, राजीव जैन ने जेजेएस के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि जेजेएस मात्र जैम्स एवं ज्वैलरी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इनसे कहीं अधिक है। इस वर्ष शो में 480 ज्वैलरी की स्टॉल्स लगाई गई हैं, जबकि 212 स्टॉल्स जैम्स की, 30 स्टॉल्स कॉस्ट्यूम ज्वैलरी की, 63 स्टॉल्स अलाइड मशीनरी की और 36 स्टॉल्स जयपुर ज्वैलरी डिजाइन फेस्टिवल (जेजेडीएफ) की हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष विजिटर्स शो को बेहद आकर्षक और लुभावना पायेंगे।उद्घाटन समारोह का संचालन जेजेएस, मीडिया प्रभारी,अजय काला ने किया।
उद्घाटन समारोह में चीफ गेस्ट, गेस्ट ऑफ ऑनर एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा द्वीप प्रज्जवलन एवं रिबन काटकर शो का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर जेजेएस शो गाइड का विमोचन भी किया गया, जिसमें जेजेएस के प्रतिभागियों की विस्तृत जानकारी दी गई है। जेजेएस एवं जेजेडीएफ आयोजन समिति द्वारा प्रीता अग्रवाल द्वारा लिखित पुस्तक ‘ए ज्वैलर्स पैलेट‘ का विमोचन भी किया गया। उद्घाटन समारोह के पश्चात मुख्य अतिथि, गेस्ट ऑफ ऑनर एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्पूर्ण शो की विजिट की गई।