delhi.केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा – वर्तमान परिप्रेक्ष्य विषय पर बोलते हुए कहा कि 1949 से कश्मीर चर्चा और विचार का विषय है, अंग्रेजों का कहना था कि भारत को आजाद तो करेंगे लेकिन आंसुओं के साथ। श्री शाह ने कहा कि अखंड भारत को बनाने में सरदार पटेल की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के बाद 630 रियासतें सरदार पटेल देखते थे और एक रियासत प्रधानमंत्री का ऑफिस देख रहा थाऔर 630 रियासतों को एक करने में समय नहीं लगा किंतु प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा देखी जाने वाली उस एक रियासत को अखंड भारत का हिस्सा बनाने में 5 अगस्त 2019 तक का समय लग गया।
शाह ने यह भी कहा कि 20 अक्टूबर 1947 को पाकिस्तानी सेना और कबीलों ने मिलकर जम्मू कश्मीर पर हमला कर दिया। 26 अक्टूबर को महाराजा हरिसिंह जम्मू-कश्मीर के विलय को तैयार हुए और जम्मू और कश्मीर पूरा का पूरा भारतीय संघ का हिस्सा बन गया। 27 अक्टूबर को भारत की सेना वहां पहुंच गई एक के बाद एक इलाकों से पाक घुसपैठियों तथा पाकिस्तानी सेना को खदेड़ दिया। श्री शाह ने कहा कि हम लगभग युद्ध जीतने की स्थिति में थे तभी युद्धविराम की घोषणा कर दी गई थी जिसके कारण जम्मू-कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के पास रह गया जिसे आज पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर के नाम से जाना जाता है। श्री शाह ने यह भी कहा किजब हमारी सेना जीत रही थी तोक्या कारण थे कि अचानक युद्ध विराम किया गया। उन्होंने कहा कि यदि युद्ध विराम नहीं होता तो पूरा का पूरा कश्मीर आज भारत के पास होता।