– पीएम नरेन्द्र मोदी ने दुनिया के सबसे बड़ी प्रतिमा का अनावरण किया
जयपुर। आजादी के बाद देश की पांच सौ से अधिक रियासतों का एकीकरण करके वृहद भारत की नींव रखने वाले देश के पहले गृहमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का आज अनावरण किया गया। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर आज यह प्रतिमा राष्ट्र को समर्पित की गई। सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्टेच्यू 182 मीटर की है, जो पूरी दुनिया में सबसे बड़ी है। इस विशाल प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। हजारों लोगों की मौजूदगी में हुए भव्य समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। स्टेच्यू स्थल पर लौह पुरुष के जीवनी पर आधारित म्यूजियम, पार्क और दूसरे दर्शनीय स्थल भी विकसित किए गए हैं। इस प्रतिमा से पहले दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा चीन में स्प्रिंग टेंपल के नाम से बुद्ध प्रतिमा थी, जिसकी ऊंचाई 153 मीटर है। अब यह प्रतिमा दूसरे स्थान पर आ गई है। वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध के पास है। इस प्रतिमा को एलएंडटी ने बनाया है। अनावरण समारोह के दौरान पीएम मोदी ने प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। संसद में भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य नेताओं ने भी देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया।
– यह खासियत है प्रतिमा की
दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा सरदार वल्लभ भाई पटेल की हो गई है। देश को एकता में पिरोने वाले सरदार पटेल की इस प्रतिमा की कई खूबियां है। इस प्रतिमा का वजन सत्रह सौ टन है और ऊंचाई 522 फीट (182मीटर)है। इसके पैर की ऊंचाई 80फीट है। हाथ की ऊंचाई 70फीट, कंधे की ऊंचाई 140फीट और चेहरे की ऊंचाई 70 फीट है। इस प्रतिमा का निर्माण पदमश्री राम वी.सुतार के निर्देशन में हुआ। रिकॉर्ड 33 महीने में यह प्रतिमा तैयार हुई है। इसके निर्माण में 2989 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।