लखनऊ। यूपी में कैराना पलायन का विवाद तो आपको याद ही होगा। जहां बड़ी संख्या में हिंदूओं के पलायन को लेकर सांसद के खुलासे के बाद हंगामा मचा था। कैराना के कारोबारियों ने जिस दहशतगर्द की वजह से पलायन किया। पुलिस ने शनिवार को उसे एक एनकाउंटर के तहत गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को ही डीजीपी ने उस पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया था। पुलिस ने बताया कि सूचना मिली थी कि कैराना का शातिर बदमाश शॉर्प शूटर फुरकान अपने कुछ साथियों के साथ व्यापारियों से रंगदारी वसूलने आ रहा है। इस पर यूपी पुलिस के जांबाज अफसर अजय शर्मा के नेतृत्व में जाल बिछा पुलिस की कई टीमों को इलाके में तैनात कर दिया गया। जैसे ही फुरकान कैराना पहुंचा तो पुलिस को देखते ही ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने भी मोर्चा संभाल गोलियां दाग दी। जिससे एनकाउंटर के दौरान फुरकान को 5 गोलियां लगी। पुलिस ने घायल अवस्था में गिरफ्तार कर मेरठ के अस्पताल में भर्ती करा दिया। इधर कार्रवाई के दौरान पुलिस के दो जवान भी घायल हो गए। गौरतलब है कि फुरकान की कैराना व आस-पास के इलाके में बड़ी दहशत थी। दो साल पूर्व ही रंगदारी के मामले में उसने दो कारोबारियों की हत्या कर दी थी। जिसके बाद कैराना से ेबड़ी संख्या में कारोबारियों ने पलायन कर दिया था। वह व्यापारियों को चिट्ठी भेजकर रंगदारी वसूलता था। उसके सपा नेताओं से गहरे तालुकात भी बताए जाते हैं। ऐसे में पुलिस भी कार्रवाई करने से बचती रही। लेकिन जैसे ही सत्ता बदली तो पुलिस एक्शन में आ गई। फुरकान एके-47 सरीखे घातक हथियार रखता था। उसके खिलाफ बड़ी संख्या में मामले पुलिस फाइलों दर्ज है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के कुछ दिन बाद ही फुरकान ने एक व्यापारी को धमकी देकर रंगदारी मांगी थी। यह घटना सीसीटीवी में कैद हुई तो पुलिस उसकी तलाश में जुट गई।

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