-पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों पर मुख्यमंत्री राजे का पलटवार
जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि मैंने अपने बेटे दुष्यंत को भी कहा था कि अगर तुम भी कोई गड़बड़ काम करोगे तो तुम्हे भी नहीं छोड़ूंगी। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार की मंशा साफ और पारदर्शी है।
अपने निवास पर मिलने आए किसानों से वसुंधरा राजे ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर सरकार ने बड़े अफसरों पर शिकंजा कसने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान का जवाब देते हुए राजे ने कहा कि मुझ पर भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया जा रहा है, लेकिन सरकार ने जिस तरह भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की है, उसका नतीजा सामने है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो दिन पूर्व कहा था कि अधिकारी सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं और कांग्रेसियों पर चुन चुन कर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो-तीन महीने से सरकार बिजली की दरों को कम करने और किसानों को राहत देने के संबंध में लगातार मंथन कर रही थी। सही कार्य करने में किसी का सर नीचे नहीं हो जाता है। कृषि कनेक्शन में बिजली दरों में कमी को लेकर कहा कि किसानों की पहले बात सुनना सरकार के लिए जरूरी था। इसलिए सरकार ने किसी किसान के साथ अन्याय नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि सरकार 80 हजार करोड़ का कर्जा लेकर भी किसानों को राहत दे रही है। उन्होंने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के पांच सरकार के कार्यकाल में बिजली तंत्र अस्त-व्यस्त हो गया था, जिसे ठीक करने में बीजेपी सरकार को वक्त लगा। राजे ने किसानों से अपील की, अब राजस्थान में इस परिपाटी को बदलना होगा कि पांच साल कांग्रेस की सरकार रहे और पांच साल बीजेपी की। पांच साल के अंदर प्रदेश का कायाकल्प नहीं हो सकता है, और पार्टी आगे मेहनत करने के लिए तैयार है।