पानीपत। गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में छात्र की हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा कि अब पानीपत के द मिलेनियम स्कूल में चौथी कक्षा की छात्रा से छेड़छाड़ की घटना सामने आई है। हमलावर ने छात्रा पर हमला भी किया और उसे नोंच कर बुरी तरह घायल कर दिया। इस घटना के विरोध में स्कूल के बाहर गुरुवार को सैकड़ों अभिभावकों ने प्रदर्शन किया। अभिभावक के चेयरमैन और अन्य अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बताया जाता है कि सुबह चौथी कक्षा की यह छात्रा स्कूल में परीक्षा दे रही थी। इसी दौरान वह शौचालय गई तो ग्रीन टीशर्ट पहने एक व्यक्ति ने उसके साथ छेड़छाड़ की और उसके शरीर को कई जगहों से नोच डाला। उसने बच्ची को जान से मारने की धमकी भी दी। इस डर के कारण छात्रा परीक्षा नहीं दे पाई। उधर, स्कूल प्रबंधन ने तबीयत खराब होने की बात कहकर परिजनों को बुलाकर उसे घर भेज दिया।
शाम को छात्रा ने अपनी मौसी से आपबीती बताई। इसके बाद परिजनों ने महिला थाने में शिकायत दी। आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने इस मामले में लीपापोती का प्रयास किया। वारदात को लेकर स्कूल के स्वीपर पर शक जताया जा रहा है। इस घटना के विरोध में काफी संख्या में अभिभावक मिलेनियम स्कूल पहुंचे और मुख्य गेट पर धरना देकर बैठ गए। लोगों ने स्कूल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और स्कूल के प्रबंधकों को गिरफ्तार करने की मांग की। इसकी जानकारी मिलने के बाद वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी पहुंचे। उन्होंने अभिभावकों को शांत किया और इस संबंध में पूरी कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। अधिकारियों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन और पीड़ित बच्ची के परिजनों के साथ बैठक कर बातचीत की जा रही है। इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर, प्रदर्शन और हंगामे के कारण आज स्कूल में छुट्टी कर बच्चों को उनके घर भेज दिया गया। बता दें कि मॉडल टाउन में रहने वाली नौ वर्षीय छात्रा द मिलेनियम स्कूल की चौथी कक्षा में पढ़ती है। छात्रा का बुधवार को पेपर था।
बताया जाता है कि वह सुबह करीब 7:45 बजे स्कूल के शौचालय में गई थी। तभी वहां पीछे से किसी ने उसका मुंह बंद कर दिया और उसे बांहों में जकड़ते हुए छेड़छाड़ करने लगा। उसने बच्ची के संवेदनशील अंगों पर चिकोटी काटी। छात्रा कहती रही कि अंकल छोड़ दीजिए, लेकिन वह उससे ज्यादति करता रहा। उसने बच्ची को शरीर पर कई जगह बुरी नोंचा, इससे वह जख्मी हो गई। इसके बाद आरोपी ने उसे धमकाया कि किसी को बताने पर जान से मार दूंगा। इससे बच्ची इतना डर गई कि वह पेपर भी नहीं दे पाई। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने बच्ची के परिजनों को फोन कर स्कूल बुलाया और कहा कि छात्रा की तबीयत खराब है। परिजन उसे घर ले आए। वह घर पर रोती रही और खाना भी नहीं खाया। परिजनों के मुताबिक, शाम करीब साढ़े पांच बजे बच्ची की मां व मौसी ने उससे बात की तो उसने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि वह अब स्कूल नहीं जाएगी। इस पर परिजनों ने छात्रा के जख्म के निशान वाले फोटो प्रिंसिपल को वाट्सअप पर भेजे और नाराजगी जताई। परिजनों का आरोप है कि प्रिंसिपल अमिता कोचर ने घटना को झुठलाने का प्रयास किया। परिजन प्रिसिंपल के घर पहुंचे और इसके बाद बच्ची के परिजन महिला थाने में पहुंचे और शिकायत दी।