-लीड इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब (ईएलसी) के जरिए प्रदेश के युवा मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया से जोड़ा जाएगा
जयपुर। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. जोगाराम ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में युवाओं की भूमिका पार्टनर की तरह है, उनके सहयोग के बिना मजबूत लोकतंत्र की कल्पना बेमानी है। उन्होंने कहा कि युवा यदि मतदान और निर्वाचन के प्रति और अधिक सजग हो जाएं तो देश को नई दिशा मिल सकती है। जोगाराम राजस्थान विश्वविद्यालय में लीड इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब (ईएलसी) यानी अग्रणी निर्वाचक साक्षरता क्लब के शुभारम्भ के अवसर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के भावी मतदाताओं को निर्वाचन और मतदान प्रक्रिया को समझाने में ऎसी पहल खासी मददगार साबित होगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी मतदान केंद्रों और स्कूलों में ईएलसी काम करेंगे लेकिन मुख्य निर्वाचन अधिकारी किसी एक विश्वविद्यालय में, सभी जिला निर्वाचन अधिकारी एक-एक कॉलेज में और प्रत्येक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी किसी एक स्कूल और मतदान केन्द्र में आदर्श ईएलसी की स्थापना करेंगे। प्रदेश के सभी क्लबों के लिए ये ईएलसी मॉडल का काम करेंगे और उन्हीं की तर्ज पर काम भी करेंगे। उन्होंने कहा कि ये क्लब मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से सीधे संबद्ध रहकर काम करेंगे। क्लब के माध्यम से प्रदेश के भावी मतदाताओं को भारतीय लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया के संबंध में सतत् जानकारी दी जाएगी। गौरतलब है कि 2011 की जनगणना के अनुसार देश में 14.2 करोड़ की तादात की उम्र 14 से 19 है। ऎसे में उनकी निर्वाचन प्रक्रिया में भागीदारी लोकतंत्र के लिए अहम भूमिका निभा सकती है। इसी को आधार मानते हुए भारत निर्वाचन आयोग और निर्वाचन विभाग ने यह व्यवस्था शुरू की है।
प्रदेश में स्थापित इन क्लबों में मतदान संबंधी जिज्ञासाओं को विशेषज्ञों द्वारा सुना जाता है और उनका जवाब भी दिया जाता है। इनका मुख्य उद्देश्य प्रदेश के स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं के बीच निर्वाचन का ऎसा सकारात्मक माहौल तैयार करना है जिससे कोई भी युवा 18 वर्ष की उम्र पूरी होती अपना नाम मतदाता सूची में जुडवाएं और अपने मताधिकार का भी इस्तेमाल कर सके।