जयपुर। परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि प्रदेश में इलेक्टि्रक बसें नवम्बर से सड़कों पर नजर आने लगेंगी। दिल्ली-जयपुर बस का संचालन भी नवम्बर में बीकानेर हाउस से प्रारम्भ हो जाएगा। इसके अलावा रोडवेज में करीब साढे़ 11 सौ बसें खरीदने की तैयारी की जा रही है।
खाचरियावास ने गुरूवार को शासन सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में यह जानकारी देते हुए बताया कि बहरोड़ स्थित मिडवे को प्रारम्भ करने के लिए आरटीडीसी तैयार है और इसे जल्द ही प्रारम्भ किया जाएगा, जहां रोडवेज की बसें पूर्व की भांति ठहर सकेंगी।
खाचरियावास ने कहा कि उन्होंने आठ माह पहले घोषणा की थी कि राष्ट्रीयकृत मार्गों से अराष्ट्रीयकृत किए गए मार्गांंे को उनका पूर्व स्टेटस पुनः प्रदान किया जाएगा। पिछली सरकार द्वारा इनका डिनोटिफिकेशन कर लोक परिवहन सेवा को परमिट दिए गए थे। उन्होंने आते ही लोक परिवहन सेवा के नए परमिट पर रोक लगा दी ताकि रोडवेज को खड़ा किया जा सके। हालांकि 476 में से जिन 225 डीनेशनलाइज्ड मार्गों पर लोक परिवहन सेवाएं जारी हैं उनपर परमिट अवधि तक उनका संचालन बना रहेगा। शेष 225 मार्गों पर अब निजी बसों को परमिट जारी नहीं किए जाएगे। रोडवेज के पास नई बसें आने से एवं ग्रामीण परिवहन सेवा प्रारम्भ होने से जहां लोगों को सस्ती, सुलभ, विश्वसनीय परिवहन सुविधा मिल सकेगी, रोडवेज की स्थिति में भी सुधार आएगा।
परिवहन मंत्री नेे कहा कि लोककल्याणकारी सरकार के हिसाब से जनसुविधा में हमेशा फायदा ही नहीं देखा जाता। सरकार कई काम आर्थिक रूप से घाटे के होने के बावजूद संचालित करती है क्योंकि वे सीधे जनता की सुविधा से जुडे़ हैं। रोडवेज के मामले में भी ऎसा ही हैं। सरकार रोडवेज में शून्य करप्शन एवं अधिकतम प्रोत्साहन की नीति पर काम कर रही है जो जल्द ही नई बसों की खरीद के बाद नजर आने लगेेगा।