जयपुर। प्रदेश में अब 50 साल से अधिक आयु वाले कर्मचारियों को अपना स्वास्थ्य जांच करना जरूरी होगा। ऐसे कर्मचारियों को 14 तरह की स्वास्थ्य जांच कराकर अपनी वार्षिक कार्य मूल्यांकन रिपोर्ट (एसीआर) के साथ संलग्न करनी होगी। इन रिर्पोटों के आधार पर सरकार उन कर्मचारियों को कम्पल्सरी रिटायरमेंट भी दे सकती है, जिनका स्वास्थ्य अक्सर खराब रहता हो। इसके दायरे में एक लाख से अधिक कर्मचारियों के आने की संभावना है। मेडिकल अथॉरिटी की ओर से यह बताया जाएगा कि कर्मचारी का ओवरआल स्वास्थ्य कैसा है। कर्मचारी की यूरिन, ब्लड शुगर, लीवर फंक्शन टेस्ट, एक्स-रे टेस्ट, आंख आदि की जांच कराई जाएगी।
यह जांच मेडिकल कॉलेजों, राजकीय चिकित्सालयों, सैटेलाइट अस्पतालों में कराने की व्यवस्था की जाएगी। इस जांच के दौरान सरकार की ओर से किसी प्रकार का अलग से अवकाश या यात्रा भत्ता देय नहीं होगा। 50 साल से अधिक आयु वाले प्रत्येक कर्मचारी को अपनी जांच हर तीन साल के बाद करानी होगी। जिनकी आयु एक अप्रैल को 56 से 59 वर्ष के बीच है। उन्हें इसी साल स्वास्थ्य की जांच करानी होगी। जिनकी आयु 53 से 56 वर्ष की है। उन्हें अगले साल और जिनकी आयु 50 से 53 के बीच में उन्हें 2019-20 के दौरान स्वास्थ्य की जांच कराने के लिए प्रावधान किया गया है। माना जा रहा है कि सरकार लगातार अस्वस्थ रहने वाले कर्मचारियों को कंपल्सरी रिटायरमेंट दे सकती है।