jaipur.आपदा मोचन ने सहयोग को मजबूत बनाने के लिए आपदा जोखिम प्रबंधन (डीआरएम) के बारे में इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (आईओआरए) क्लस्टर समूह की बैठक आज संपन्न हुई।

इस दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा गृह मंत्रालय (एमएचए), राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (आईओआरए) के सहयोग से किया गया था।

आईओआरए एक अंतर-सरकारी संगठन है और इसके 22 सदस्यों और 9 संवाद भागीदारों में अनेक आपदाग्रस्त देश हैं। आपदा मोचन प्रबंधन (डीआरएम) इसका एक प्रमुखता वाला क्षेत्र है और आईओआरए देशों में लचीलेपन में सुधार करने के लिए इसकी कार्य योजना (2017-2021) में विशिष्ट लक्ष्य शामिल हैं।

इस बैठक में प्रतिभागियों ने आईओआरए में डीआरएम के लिए एक मसौदा कार्य योजना तैयार की है। उन्होंने कार्य योजना के तहत सहमत उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए डीआरएम कोर समूह की स्थापना की जरूरत के बारे में विचार-विमर्श किया है।

आपदा मोचन दलों की तैनाती और प्रभावित देशों में राहत सामग्री जुटाने समेत आपदा मोचन हस्तक्षेप में सहयोग को मजबूत बनाने के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया। इसके अलावा, सूचना के आदान-प्रदान, सर्वोत्तम प्रक्रियाओं, डाटा और प्रारंभिक चेतावनी प्रौद्योगिकियों को साझा करने के बारे में भी चर्चा की गई। भारत सहित आठ सदस्य देशों के कुल 36 प्रतिनिधियों और आईओआरए सचिवालय ने इस बैठक में भाग लिया।

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