जयपुर। ऊर्जा राज्य मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह ने राजस्थान विधानसभा में कहा कि चौमूं विधानसभा क्षेत्र में विभाग द्वारा मीटर ठीक होने के बाद भी औसत बिल देने की शिकायतों की जांच कराई जायेगी। चौमू विधायक राम लाल शर्मा ने सदन में चौमूं विधानसभा क्षेत्र में बिजली प्रशासन द्वारा किसानों के गलत वीसीआर भरने, मीटर ठीक होने पर भी ज्यादा राशि और औसत बिल देने, पूरे समय बिजली नहीं आने, ग्यारह एलटी लाइनों को सीधे तौर पर डीपी से जोडऩे से जानलेवा हादसे होने आदि मुद्दे उठाते हुए सरकार से इनके समाधान की मांग का आग्रह किया।
रामलाल ने यह भी कहा कि गांवों में बिजली नहीं आने से छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है। किसानों को आठ घंटे बिजली दी जाए। आस्टी,हस्तेडा समेत अन्य ग्राम पंचायतों में भूजल नीचे जाने से किसानों के सामने पेयजल के संकट के उठाया। सिंह ने शून्यकाल में इस संबंध में विधायक राम लाल शर्मा के उठाये गये मुद्दे पर कहा कि जिन किसानों को बिजली के मीटरों में समस्या है, उन सभी की जांच करवाई जायेगी एवं जितनी बिजली का उपभोग उनके द्वारा किया गया है केवल उसका बिल लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि चौमूं में किसानों को गलत वीसीआर देने और मीटर की रिडिंग के आधार पर बिल देने के स्थान पर एवरेज बिल देने की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही की जायेगी। ऊर्जा राज्य मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रीसिटी एक्ट के तहत फ्लैट रेट को मीटर प्रणाली में बदला जाना आवश्यक है। इससे किसानों को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकांश किसान मीटर के आधार पर ही बिल का भुगतान कर रहे है। मात्र 94 हजार आधिकारिक रूप से फ्लैट रेट पर हैं।