सीमा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के विकास पर फोकस
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश की सीमाओं पर संकट के समय पूरा भारत एकजुट रहा है, चाहे वह कारगिल की लड़ाई हो या उससे पूर्व के युद्ध। हमारे देश की यही परम्परा है कि हर नागरिक अपने बहादुर जवानों के साथ खड़ा रहता है और हम इसे बनाए रखेंगे।
गहलोत श्रीगंगानगर में भारत-पाक सीमा के समीप हिन्दुमलकोट सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की चौकी पर जवानों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलवामा में हुए आंतकी हमले को लेकर देश भर के लोगों ने सरकार और सेनाओं के प्रति समर्थन जाहिर किया है। राजस्थान में प्रदेश सरकार सुरक्षा बलों की सुविधाओें का प्राथमिकता से ध्यान रखेगी। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्र में बिजली, सड़क तथा पेयजल सहित मूलभूत सुविधाओं पर फोकस किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। हमारे सुरक्षा बल देश विरोधी गतिविधियों तथा आतंकवाद को नेस्तनाबूद करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों का हौंसला बुलंद है और वे किसी भी संकट से लड़ने के लिए हमेशा तैयार हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीएसएफ के जवानों के लिए अन्य सुविधाओं के साथ-साथ कैंटीन के सामान पर जीएसटी की दराें को घटाने के विषय में सक्षम स्तर पर चर्चा की जाएगी।
गहलोत ने बीएसएफ की महिला विंग सहित बल के अधिकारियों तथा जवानों से बातचीत की और उन्हें फल तथा मिठाइयां भेंट की।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जवानों से मिलने के बाद गांव खाट्लबाना में किसानों को ऋण माफी प्रमाण-पत्र वितरण कार्यक्रम के अवसर पर कहा कि सीमा क्षेत्र के नागरिकों के दैनिक जीवन में प्रदेश के अन्य हिस्सों की बजाय अलग तरह की समस्याएं होती हैं। इसलिए इन क्षेत्रों के नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अधिक ध्यान दिया जाएगा।